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महंगाई ने तोड़ी आम आदमी की कमर, सरकार का नहीं है अंकुश : तरसेम गर्ग

पंचकूला। आज हमारा देश अनेक जन समस्याओं से जूझ रहा है जैसे साम्प्रदायिकता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अशिक्षा, जनसंख्या वृद्धि तथा जातिवाद आदि पंरतु इन सभी समस्याओं से भी बड़ी समस्या महंगाई की है जो देश के हर वर्ग के लोगों को कचोटे जा रही है। हां यह जरूर है कि एक बार को पैसे वालों या काला धंधा करने वाले लोगों पर इस महंगाई की मार का असर न होता हो परंतु मध्यम वर्गीय व गरीब वर्ग के लोग इससे खासे प्रभावित होते हैं। गरीबों के लिए महंगाई सबसे बड़ी समस्या है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा महंगाई कम करने का शोर मचाकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करती थी वही भाजपा नित मोदी सरकार इस समय देश की सत्ता पर काबिज है जिसके राज में महंगाई सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती जा रही है। बढ़ती महंगाई परसरकार का नियंत्रण नहीं है।

उपरोक्त विचार जिला कांग्रेस कमेटी पंचकूला के उपप्रधान तरसेम गर्ग ने एक मीटिंग के दौरान व्यक्त किए। गर्ग ने कहा कि हर बार भाजपा की तरफ से कहा जाता है कि विपक्ष काम नहीं करने दे रहा है लेकिन शायद भाजपा सरकार यह भूल रही है कि आज तक 20 महीने में के शासन में उसने खुद महंगाई पर नियंत्रण पाने में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है तथा इस देश की जनता को महंगाई की मार झेलने को मजबूर किया हुआ है। आम जनता से पूछ कर देखें कि वह कैसे अपना गुजारा कर रही है। गरीब आदमी सरकार की तरफ टकटकी लगाए देख रहा है कि कब महंगाई कम हो। इस देश की गरीब जनता को सबसे पहले दो वक्त की रोटी चाहिए न कि बड़ी-बड़ी बातें।

“अच्छे दिनों की आहट भी नहीं”

चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किया गया मोदी जी का सबसे प्रमुख नारा ‘अच्छे दिन आने वाले हैं से भी यही सब नजर आने लगा था। देश की जनता अभी तक अंधेरे में अच्छे दिनों की तलाश कर रही है लेकिन अच्छे दिनों की आहट तक न सुनने के कारण वह अपने आपको ठगा सा महसूस करने लगी है। गरीबों का जीना दुश्वार करने वाली कमरतोड़ महंगाई को नियंत्रित करने की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है। रेडियो पर बार-बार ‘मन की बात कार्यक्रम में भी केवल अपने मन की बात तो कह दी जाती है लेकिन जनता के मन की बात का कोई समाधान सुनाई नहीं देता। भाजपा द्वारा गुमराह करने वाले इस अंधकारमय वातावरण से देश की जनता को कब राहत मिलेगी यह तो भविष्य के गर्भ में ही है।

एक और खास बात यह है कि जब भी यूपी में चुनाव नजदीक आते हैं भारतीय जनता पार्टी द्वारा राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठा दिया जाता है तथा चुनाव समाप्त होते ही फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है लेकिन आपको बता दें कि अब इस देश की जनता भाजपा की इस दोहरी चाल को पूरी तरह से समझ चुकी है जनता अब भाजपा की इस चाल में आने वाली नहीं है। इसमें कोई संदेह हीं कि समय के आगे बढऩे के साथ-साथ पूरे विश्व में प्रत्येक वस्तु की कीमतों में वृद्धि मूल्य वृद्धि होती रहती है तथा हमारा देश भी इसका अपवाद नहीं है लेकिन गत 20 महीने में हमारे देश में महंगाई ने जो विकराल रूप धारण किया है खासतौर पर रोज़्ामर्रा के इस्तेमाल की चीजें विशेषकर खाद्य सामग्री जिस प्रकार निरंतर महंगी होती जा रही है उससे तो आम आदमी का जीना दुश्वार हो चला है। कम आय वर्ग के लोगों ने तथा गरीबों ने अपने खान-पान की शैली में परिवर्तन कर दिया है। तीन समय भोजन करने वाले लोग अब दो वक्त की रोटी पर गुजारा कर रहे हैं तथा जो दो वक्त की रोटी खाते थे उनके लिए एक वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है। उधर, जबकि विश्व स्तर पर तेल की कीमतों में बेहद कमी आई है लेकिन इसके लाभ से जनता को वंचित रखा जा रहा है। तरसेम गर्ग का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत के अनुरूप ही देश में तेल का मूल्य निर्धारित होना चाहिए।दालों की कीमतें नीचे आने का नाम नहीं ले रही हैं। सब्जियां 60 से 80 रुपए किलो तक बिक रही हैं। महंगाई की मार से छुटकारा पाना तो दूर उलटे जनता पर महंगाई की मार पहले से ज्यादा पड़ रही है। भाजपा के मुख्य प्रचारक के रूप में नरेंद्र मोदी जी अवतरित हुए और उन्होंने जनता को तरह-तरह के सपने दिखाए, वहीं उनका एक नारा यह भी था कि ‘बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार लोगों को लगने लगा कि मोदी के सत्ता में आते ही ‘राम राज्य आ जाएगा, देश में काला धन वापस आएगा। बहू बेटियों की आबरू की सुरक्षा सुनिश्चित हो जाएगी।