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सात में हर दिन नई रेहड़ी फड़ी, लोग परेशान : तरसेम गर्ग

पंचकूला। नगर सुधार सभा के चेयरमैन तरसेम गर्ग ने बतमाया कि सेक्टर-7 में हर दिन नई रेहड़ी या फहड़ी लग जाती है। न तो लोगों को अपने व्हीकल पार्किंग की जगह मिल रही है न ही जनता को सड़क पर खड़े होने की जगह खासकर बुजुर्गों को सेक्टर में ज्यादा परेशानियां हो रही हैं जिससे यहां की स्थिति नाजुक होती जा रही है। स्थानीय लोग बहुत परेशान हैं। रेहड़ी-फड़ी वाले लोग शाम ढलते ही रेहडियां लगानी शुरू कर देते हैं। लोगों को व्हीकल खड़ा करने से मना कर देते हैं। अपना काम बंद कर गंदे ढेर लग जाते हैं, रेहडिय़ों पर मीट, शराब का सेवन भी होता है। कई लोग मीट लेकर गाडिय़ों में शराब के साथ सेवन करते हैं। आम नागरिक किसके पास कहां जाए। प्रशासन बिल्कुल फेल है। आम जनता अपना दुखड़ा किसके पास लेकर जाए। डीसी, विधायक प्रशासन के अफसर सभी के पास अपना दुखड़ा सुना चुके हैं। दो दिन की कार्रवाई कर प्रशासन वाहवाही लूटता है। हकीकत तो यह है कभी प्रशासन पुलिस प्रशासन पर तो कभी पुलिस प्रशासन प्रशासन पर कार्रवाई न करने का पासा फेंक देता है।


रेहड़ी फड़ी वालों के पास पांच या छह कर्मचारी बैठे होते हैं तथा खाने-पीने वालों की भीड़ खासकर असामाजिक तत्व भी इन रेहडिय़ों की आड़ में चोरियां करते हैं। लोगों के आने-जाने पर ये लोग निगाह रखते हैं। थोड़ा भी कोई इधर-उधर हुआ तो ये घटना को अंजाम देते हैं। यह सब किसकी शह पर हो रहा है, हालांकि सेक्टर में बड़े अफसर भी रहते हैं और यहां पर खरीददारी करने भी आते हैं। क्यों इनका ध्यान इन रेहड़ी फडिय़ों पर नहीं जाता। सेक्टर का माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका है। यहां पर लोगों का रहना दूभर हो चला है। कोठियों वाले इतने परेशान हो चुके हैं कि ये लोग अपना सामान गलियों में भी रखने लगे हैं। इनकी वजह से सारी गाडिय़ां गलियों में लगती हैं जो कि बेतरतीब लगाई जाती हैं। जिसकी वजह से हर रोज कोई न कोई कोठी वालों या अन्य किसी का झगड़ा होता रहता है। इनके चलते कोठियों वाले अपनी गाडिय़ां भी खड़ी नहीं कर पाते हैं। इनका कहना है कि रोज-रोज के लड़ाई-झगड़े से वे तंग आ चुके हैं। लोग अपने मकान बेच दूसरी जगह जाने को विवश हैं। गर्ग का कहना है कि हमारे पास हर रोज कोई न कोई व्यक्ति झगड़े को लेकर फोन करता है।

मगर हमारे पास प्रशासन को शिकायत करने के अलावा कोई चारा नहीं है। हम इन शिकायतों के मद्देनजर कई बार प्रशासन को अपनी आपबीती सुना चुके हैं मगर परिणाम वही ढाक के तीन पात। यहां के लोगों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। इनका कहना है कि प्रशासन उनकी समस्या को गंभीरता से लेते हुए रेहड़ी फड़ी वालों से शीघ्र निजात दिलाए।