पंचकूला: दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स ने अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के मौके पर अपनी कलात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स ने इस मौके पर फ्लाइंग कबूतर का एक स्कल्पचर तैयार किया। कबूतर शांति का दूत माना जाता है। इस स्कल्पचर को फ्लाइंग कबूतर जैसा दिखाने के लिए इसको 12 फीट की ऊंचाई पर रखा गया। कबूतर शांति का दूत माना जाता है। कबूतर शांति और परिश्रम सृजन का प्रतीक माना जाता है। इस कबूतर के साथ शांति का संदेश देने के लिए स्टूडेंट्स ने बजार का दौरा किया और फिर उसको पंचकूला के सेक्टर 20 में एक व्यस्त बाजार में रखा गया। उत्साही स्टूडेंट्स ने शांति का संदेश घर घर पहुंचाने का प्रयास किया। राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर शांति का कितना महत्व है, स्टूडेंट्स ने इस बात को घर घर पहुंचाने की कोशिश एक हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से की। आम लोगों ने कबूतर के पास रखे साइन बोर्ड पर अपने हस्ताक्षर किए और अपने विचार व्यक्त किए। यहां बताया गया कि आम आदमी के लिए शांति का क्या महत्व है। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मितुल दीक्षित ने कहा कि इस अभियान का आयोजन लोगों के बीच सद्भभावना फैलाने के लिए किया गया। इसके साथ ही स्टूडेंट्स ने सीरिया में सिविल वार में आहत होने वाले बच्चों को श्रद्धांजलि दी।
Posted on by Team PS