<p><span style=”line-height: 1.42857;”><span style=”font-weight: bold;”>हरियाणा:</span> </span>उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने अप्रैल 2015 से बगैर किसी सूचना के बिजली दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी की है तथा इसी बढ़ोतरी के आधार पर बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। बिजली के भारी भरकम राशि वाले बिल देखकर एकबारगी तो उपभोक्ता आश्चर्यचकित रह गए लेकिन जब गौर से देखते हैं समझ में आता है कि उनका बिल बेतहाशा रेट बढ़ोतरी के साथ भेजा गया है। </p><p>उपभोक्ताओं में आश्चर्य है कि बगैर किसी सूचना के बिजली दरों में करीब दोगुनी बढ़ोतरी कैसे कर दी गई। जबकि पुरानी बिजली दरें 0-40 यूनिट तक 2.70 रु. तथा 41-400 यूनिट तक 4.50 रु. थी जबकि बढ़ोत्तरी के बाद ये दरें 0-200 तक 5.00 रु., 201 से 500 तक 6.05 रु. तथा 501 से ऊपर 6.75 रु. प्रति यूनिट कर दी गई जो बहुत ज्यादा है। इसी प्रकार व्यावसायिक व औद्योगिक इकाइयों के बिलों में भी रेट बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा 27′ से 30′ तक फ्यूल सरचार्ज भी लगाया है, म्यूनिसिपेलिटी टैक्स तथा मीटर सर्विस चार्ज अलग है। कुल मिलाकर करीब 7 रुपए प्रति यूनिट बैठता है। </p><p>हालांकि सिटीजंस वेलफेयर एसोसिएशन शुरू से ही मांग करती आई है कि बिजली के रेट पहले ही काफी अधिक हैं तथा उपभोक्ताओं को राहत के तौर पर निम्रलिखित स्लैब बनाकर बिल भेजें। सीडब्ल्यूए के अनुसार सरकार के 0-200 की जगह 0-250 यूनिट, 201-500 के स्थान पर 251-1000 यूनिट तथा 501 से ऊपर की बजाय 1000 यूनिट से ऊपर वाला स्लैब बनाकर बिजली बिल भेजे जाएं। इस बारे में नितिन यादव एमडी यूएचबीवीएनएल, आशिमा बरार आईएएस, सीएमडी एचवीपीएन और जगजीत सिंह चेयरमैन एचपीआरसी को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है। सीडब्ल्यूए उच्चाधिकारियों से मिलकर अब तक बढ़ी दरों के अनुसार लिए बिल की राशि की वापसी की भी मांग करेगा। मीटिंग में उपप्रधान मेवा सिंह पातड़, महासचिव सुनील जैन, प्रधान आरडब्ल्यूए सेक्टर-7 तरसेम गर्ग, महासचिव सेक्टर-7 एमएल सचदेवा, वीके सिंगला, राजकुमार, एसके गोयल, आरएन सहगल, विजय अरोड़ा सुनील वशिष्ठ, दीपक अरोड़ा, आरके लूथरा आदि मौजूद थे।</p>
Posted on by Team PS