<p><span style=”line-height: 20px; font-weight: bold;”>चंडीगढ़ </span><span style=”line-height: 1.42857;”><span style=”font-weight: bold;”>।</span> आज अधिकांश लोग चश्मा और कांटेक्ट लेंस मुक्त </span><span style=”line-height: 20px;”>विज़न</span><span style=”line-height: 1.42857;”> का विकल्प चुन रहे हैं। क्षेत्र की अग्रणी आई केयर श्रृंखला जीईआई ने चश्मे से छुटकारा दिलाने के लिए विश्व की सबसे नवीनतम तकनीक ‘स्मॉल इंसीजन लेेंटिक्यूल एक्सट्रैक्शन (स्माइल) तकनीक पेश की है जो आपकी नजर को अधिक स्पष्ट और बेहतर बनाएगी। यह कहना है डॉ. दिलराज ग्रेवाल एमडी का। इस तकनीक में कोर्निया को काटने वाले एक्ज़्ााइमर लेज़्ार की जगह न्यूनतम इन्वेसिव और इन्नोवेटिव प्रक्रिया के द्वारा इलाज किया जाता है। लेसिक प्रक्रिया में 20 एमएम का चीरा लगता है जबकि स्माइल में मात्र 2 से 4 एमएम का चीरा लगता है। चश्मे से मुक्ति दिलाने की नवीनतम तकनीकी स्माइल है। उत्तर भारत में यह तकनीक पहली बार डॉ. एसपीएस ग्रेवाल ने पेश की है जिसमें </span><span style=”line-height: 20px;”>एक्ज़ाइमर लेज़र</span><span style=”line-height: 1.42857;”> प्रयोग नहीं किया होता। चंडीगढ़ में सेवाएं देने वाला ग्रेवाल आई इंस्टीट्यूट विश्व की चौथी जेसीआई अनुमोदित भारत में पहली आईएसओ 9001:2000 सर्टिफाइड आई केयर चेन है।</span><br></p>
Posted on by Team PS