<p><span style=”line-height: 1.42857;”><span style=”font-weight: bold;”>चंडीगढ़:</span> क्रिकेट, भारतीयों की सबसे पसंदीदा खेल भी है और आप कहीं पर भी देख सकते हैं कि बच्चों लेकर युवा तक क्रिकेट खेल रहे होते हैं। कई बार तो उन्हें छोटी छोटी जगहों या तंग गलियों में भी क्रिकेट खेलते हुए देखा जा सकता है। इस देश में इस प्रकार के क्रिकेट प्रतिभाशाली भी हैं जिन्हें क्रिकेट का सही स्थान नही प्राप्त हो सका है या कह सकते हैं कि क्रिकेट की दुनिया में बुलंदियों को छूना उनके लिए एक चुनौती बन गया है। यही कारण है कि वह एक श्रेष्ठ खिलाडी होकर भी क्रिकेट जगत में अपने पैर नही जमा पाता।</span><br></p><p>इसी बात को ध्यान में रखकर डीसीएच (देसी क्रिकेट हीरोस) को आज यहां लांच किया गया। डीसीएच का शुभांरभ डीसीएच के प्रेसिडेंट सरदार हरबंस सिंह घुम्मन द्वारा यहां किया गया। इस दौरान उनके साथ डीसीएच के वाइस प्रसिडेंट गुरप्रीत सिंह व जनरल सैकेटरी सुरेन्द्र कुमार सैणी भी उपस्थित थे।</p><p>पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीसीएच के प्रेसिडेंट सरदार हरबंस सिंह घुम्मन ने बताया कि हमारे देश में क्रिकेट सिर्फ एक खेल ही नहीं है बल्कि ये उन लोगों के लिए एक धर्म है जो कि क्रिकेटर्स को भगवान की तरह मानते हैं। करीब करीब हर युवा लडक़ा एक दिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जैसा बल्लेबाज या अनिल कुम्बले जैसा गेंदबाज बनने का सपना देखता है। उन्होनें बताया कि हरेक क्रिकेट का चाहवान एक बेहतर क्रिकेटर बनने की इच्छा रखता हैं और उसमें शिखर पर पहुंचने की प्रतिभा है, अगर वे महसूस करता हैं कि क्रिकेट उसका पहला प्यार और उसकी जिंदगी है तो डीसीएच ऐसे प्रतिभावान खिलाडी के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए सबसे उपयुक्त मंच है। डीसीएच आने वाले नवंबर और दसंबर महीने में करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय क्रिकेटर विरेन्द्र सहवाग को डीसीएच का ब्रैंड अबैसेडर नियुक्त किया गया है।</p><p>इस मौके पर डीसीएच के वाइस प्रसिडेंट गुरप्रीत सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय टीम में जो क्रिकेटर्स सितारों की तरह जड़े हैं, उन्होंने टीम में अपनी जगह बनाने के लिए बहुत अधिक संघर्ष किया है। परन्तु वहां तक पहुंचने के लिए क्या चाहिए? सामान्य सी बात है कि इसके लिए ढेर सारी प्रतिभा और खिलाडिय़ों की कड़ी मेहनत की आदत का होना जरूरी है। अभी भी बहुत सारी प्रतिभाएं हैं जो कि अभी सामने नहीं आई हैं और वे अभी भी तंग गलियों और छोटे छोटे खेल के मैदानों तक ही सीमित हैं।</p><p>उन्होनें आगे कहा कि फिलहाल हम पंजाब और हरियाणा से नई प्रतिभाओं की तलाश कर रहे हैं। हम प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को डीसीएच के जरीए एक बड़ा मंच प्रदान कर रहे हैं जिस पर आकर वे पूरी दुनिया को अपनी खेल प्रतिभा दिखा सकते हैं। हम उन्हें क्रिकेट के नए हीरो बनने का बेहतरीन अवसर प्रदान कर रहे हैं।</p><p>डीसीएच के जनरल सैकेटरी सुरेन्द्र कुमार सैणी इस मौके पर बताया कि डीसीएच, ने बिना किसी बड़े संसाधनों के एक बड़े मंच की शुरुआत की है। डीसीएच सबसे पहले पंजाब और हरियाणा के युवाओं के लिए एक मंच है और आने वाले समय में इस मंच का विस्तार अन्य राज्यों के युवाओं के लिए भी किया जाएगा। उन्होनें बताया कि डीसीएच में सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करते होगा।</p><p>विजेता टीम का तीन लाख प्राइज मनी: डीसीएच के प्रेसिडेंट सरदार हरबंस सिंह घुम्मन ने बताया कि डीसीएच के अंतर्गत होने वाले मैच पंजाब व हरियाणा में खेले जायेगें जिनमें पंजाब व हरियाणा को चार-चार ज़ोन में विभाजित किया गया है डीसीएच में विजेता टीम को 3 लाख रूपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जायेगी जबकि उपविजेता टीम को 1.5 लाख की धन राशि निर्धारित की गई है। पंजाब व हरियाणा में द्वितीय व तृतीय पुरस्कार की राशि 71 हजार व 41 हजार रखी गई है। इसके अलावा फाइनल मैच में मैन ऑफ दी मैच को 9100 रूपये की राशि, मैन ऑफ सीरीज 12 हजार रूपये, बेस्ट बेट्समैन एंड बौलर को 7100 रूपये तथा बेस्ट फिल्डर को 5100 रूपये पुरस्कार स्वरूप दिए जांएगे।</p><p>यहाँ होगें मैच: पंजाब: ज़ोन 1: अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, कपूरथला। ज़ोन 2: में जालंधर, होशियारपुर, पठानकोट, नवांशहर। ज़ोन 3: बठिंड़ा, संगरूर, फरीदकोट, मोगा। ज़ोन 4: में पटियाला, मोहाली, लुधियाना, रोपड़।</p><p>हरियाणा: ज़ोन 1: अंबाला, पंचकुला, यमनानगर, कुरूक्षेत्र, कैथल। ज़ोन 2: गुडग़ांव, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, करनाल। ज़ोन 3: जींद, रोहतक, सिरसा, हिसार, भिवानी, महेन्द्रगढ़। ज़ोन 4: झझर, फतेहाबाद, मेवात, पलवल, रेवाड़ी।</p><p>ऐसे बने हिस्सा डीसीएच का: सैणी ने बताया कि डीसीएच से अपना कैरियर बनानें के लिए प्रतिभा की उम्र 15 वर्ष या उससे अधिक होनी अनिवार्य है। डीसीएच में कोई भी स्कूल, कॉलेज, एकेडमीज, यूनिवर्सिटी, संस्था, निजी कंपनी या हस्पताल आदि एवं अन्य कोई भी टीम खेल सकती है। इसके लिए संबधित विभाग का पहचान पत्र व फोटोस अनिवार्य हैं। इच्छुक टीमें 5 नवंबर 2015 तक डीसीएच के मोहाली स्थित मुख्यालय एससीओ 666, द्वितीय स्तर, सैक्टर 70 में या उनकी वेब साइट<span style=”color: rgb(0, 0, 255); font-weight: bold;”> <a href=”http://www.desicricketheroes.com”>www.desicricketheroes.com</a></span> आवेदन कर सकता है।</p>
Posted on by Team PS