<p><span style=”line-height: 1.42857;”><span style=”font-weight: bold;”>पंचकूला:</span> एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने आज पंचकूला से हरियाणा में धंचायत का शुभारंभ किया। धंचायत एचडीएफसी बैंक की ओर से तैयार की गयी एक शैक्षणिक फिल्म है जो खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में असंगठित स्रोतों से पैसे उधार लेने के खतरों के बारे में आगाह करती है। इस फिल्म को ग्रामीण भारत के लिए बैंक की सीएसआर गतिविधि स्वच्छ बैंकिंग के तहत प्रस्तुत किया गया है।</span><br></p><p>स्वच्छ बैंकिंग का उद्देश्य संगठित क्षेत्र के माध्यम से उपलब्ध होने वाले साफ.सुथरे और सहज बैंकिंग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस फिल्म के जरिये ग्रामीण आबादी के सामने यह प्रदर्शित किया जायेगा कि लेनदेन में पारदर्शिता और साथ ही उधार लेने की प्रक्रिया में व्यक्ति के आत्म आत्म सम्मान और उसकी गरिमा का क्या महत्व है।</p><p>एचडीएफसी बैंक ब्रांड की धंचायत वीडियो वैनें देश भर में पूर्व पश्चिम दक्षिण उत्तर और केंद्रीय भारत के तमाम हिस्सों में हजारों गाँवों तक जायेंगी। ये वैनें लोगों के इक होने वाले स्थानों जैसे हाट बाजार मेलों और ग्राम पंचायतों में रुकेंगी। <span style=”line-height: 1.42857;”>हरियाणा में इस वैन को एचडीएफसी बैंक के ब्रांच बैंकिंग प्रमुख श्री गोविंद पांडेय और एचडीएफसी बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख श्री हरविंदर आत्मा ने अन्य वरिष्ठ बैंक अधिकारियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखायी।</span></p><p>हरियाणा चौदहवाँ ऐसा राज्य है जहाँ बैंक ने अपनी इस पहल को आरंभ किया है। अब तक इस पहल को महाराष्ट्र पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ कर्नाटक पश्चिम बंगाल ओडि़शा तेलंगाना असम राजस्थान और केरल में आरंभ किया जा चुका है। बैंक हरियाणा के सभी जिलों में 520 गाँवों को इस पहल में शामिल करेगा।</p><p>पंचकूला में इस कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर एचडीएफसी बैंक के ब्रांच बैंकिंग प्रमुख श्री गोविंद पांडेय ने कहा एचडीएफसी बैंक में हम विश्वास करते हैं कि वास्तविक वित्तीय समावेश करने के लिए हमें केवल वित्तीय सुविधाएँ उपलब्ध करा देने से कहीं आगे बढ़ कर प्रयास करने की जरूरत है। समावेशी विकास को बढ़ावा देने का बोर्ड की ओर से निर्दिष्ट हमारा उद्देश्य एक ऐसे माहौल में हासिल नहीं किया जा सकता जिसमें गलत जानकारियों और संगठित वित्त से अपरिचित होने के कारण लोग वित्त के असंगठित स्रोतों की ओर धकेल दिये जाते हैं। धंचायत के माध्यम से हम इस स्थिति को बदलने की उम्मीद करते है।</p><p>धंचायत का राष्ट्रीय शुभारंभ मुंबई में हुआ था जिसमें ऐसी पहली वैन को एचडीएफसी बैंक के एमडी श्री आदित्य पुरी और डिप्टी एमडी श्री परेश सुक्तांकर ने बैंक के मु यालय से हरी झंडी दिखायी थी। राष्ट्रीय स्तर पर एचडीएफसी बैंक इसके पहले चरण में 5000 गाँवों को शामिल करेगा और वित्तीय समावेश के बारे में सरकार की दृष्टि के अनुरूप स्थानीय आबादी को संगठित बैंकिंग से जुडऩे के लिए प्रोत्साहित करेगा।</p>
Posted on by Team PS