एकम मर्डर केस को कोर्ट ने फास्ट ट्रैक केसों की सूची में दर्ज कर दिया है। अब इस केस की सुनवाई काफी तेजी से होगी। कम समय के अंतराल में केस की सुनवाइयां रखी जाएंगी, ताकि जल्द से जल्द फैसला सुनाया जा सके।
सीरत को अपने पति के मर्डर केस में बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सीरत के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 201, 25 आर्म्स एक्ट के तहत आरोप तय किए हैं। सीरत की मां जसविंदर कौर तथा भाई विनयप्रताप को भी कोर्ट ने 120बी के तहत मामले में शामिल मानते हुए उनका रोल अंडरस्कैनर रखा है। हालाँकि पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार नहीं किया है लेकिन दोनों से इन्वेस्टिगेशन ज्वॉइन करवा ली है।
न फोरेंसिक रिपोर्ट आई है और न ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
केस में सीरत अपने बयान बार-बार बदल रही थी। सीरत ने बयान में कहा था कि एकम ने खुद को गोली मारी थी। पुलिस ने जिस पिस्टल से गोली चली थी उसे फोरेंसिक लैब में भेज दिया था, ताकि उस पर लगे फिंगरप्रिंट की जांच की जाए। पर अभी तक न तो फोरेंसिक रिपोर्ट आई है और न ही एकम की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट। इन दोनों रिपोर्ट्स के आने के बाद मामले में नए खुलासे होने की संभावना है।
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क्या था पूरा मामला
पंजाब के मोहाली की फेज-3-बी-1 की कोठी नंबर-116 के बाहर 19 मार्च को सूटकेस में एकम की लाश मिली थी। 6 फीट साढ़े 3 इंच के एकम की लाश को दो बाय ढाई फीट के सूटकेस में डालकर उसकी पत्नी सीरत ठिकाने लगाने जा रही थी।