चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पानी बचाने संबंधी ‘मन की बात’ से प्रेरणा लेते हुए, चंडीगढ़ स्थित कंपनी पंपकार्ट डॉट कॉम ने ‘पानी बचाओ, देश बचाओ’ नामक एक अनूठी मुहिम छेड़ दी है, ताकि भविष्य में जल की कमी न होने पाये। पंपकार्ट डॉट कॉम के संस्थापक एवं मुखय कार्यकारी अधिकारी के.एस. भाटिया एवं ब्यूटी क्वीन अनमोल संधू ने इस अभियान की शुरुआत की। अनमोल संधू जमैका में आयोजित सौंदर्य प्रतियोगिता में मिसेज अर्थ ईस्ट एशिया एवं मिसेज अर्थ फोटोजेनिक 2015 तथा मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ सब्सटेंस 2015 की फस्र्ट रनर अप रह चुकी हैं। अनमोल पानी की बचत संबंधी इस महत्वपूर्ण अभियान को अपना पूरा समर्थन प्रदान कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि पंपकार्ट डॉट कॉम ने पानी के पंप ऑनलाइन बेचकर ऑनलाइन दुनिया में अपना नाम इस कदर स्थापित कर लिया है कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने तक सिलिकॉन वैली में आयोजित डिजिटल इंडिया समिट में इसके अनूठे ईकॉमर्स बिजनेस मॉडल की प्रशंसा की थी।
के.एस. भाटिया ने बताया की, पंपकार्ट में हम देश व दुनिया में पानी की किल्लत को लेकर काफी चिंतित हैं। ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2025 तक दुनिया में 2 अरब लोगों को पानी उपलब्ध नहीं हो पायेगा, जबकि यह जीवन के लिए एक अमूल्य आवश्यकता है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए सरकारों, विश्व नेतृत्व, गैर-सरकारी संगठनों, व्यापारिक संगठनों और व्यक्तिगत रूप से धरती पर रहने वाले हर शख्स को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। अपनी कॉर्पोरेट सोशल रैस्पोंसिबिलिटी के तहत, हमने फेसबुक पर ‘सेव वाटर सेव कंट्री’ नामक पेज पर एक जबर्दस्त अभियान छेड़ दिया है। हम इस प्रोजेक्ट को सोशल मीडिया पर वाइरल होते हुए देखना चाहते हैं, ताकि पानी बचाना प्रत्येक भारतीय की आदत में शुमार हो जाये। इस अभियान की टैगलाइन है- रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल।’
अनमोल संधू ने कहा, ‘मैं समाज की बेहतरी के लिए हर संभव तरीके से अपना योगदान देने को सदैव तत्पर रहती हूं। पंपकार्ट की इस अनूठी मुहिम के बारे में जब मैंने सुना तो इसके समर्थन के लिए मैं प्रेरित हो उठी। ट्राईसिटी के निवासियों और सभी देशवासियों से मेरी अपील है कि फेसबुक पर पम्पकार्ट के इस अभियान से जुड़ें और पानी बचाने के तरीकों का इस्तेमाल करें।’
पंपकार्ट की मुहिम में कुछ बहुत ही आसान तरीके सुझाये गये हैं, जिनसे देश में पानी की कमी दूर करने में मदद मिल सकती है। फेसबुक पेज पर पानी को रिसाइकल करने, सूखे की स्थिति में भी पनपने वाले पौधे लगाने, पाइपों में लीकेज रोकने, खराब टोंटियों को बदलने और सप्ताह में एक बार न नहाने तथा वाटर हारवेस्टिंग जैसे उपाय सुझाये गये हैं।
भाटिया ने आगे बताया, ‘धरती को बचाने के लिए पानी की बचत करनी ही होगी और यह वक्त की जरूरत है। हम पानी संबंधी व्यवसाय से जुड़े हैं, इसलिए यह विषय हमारे लिए अत्यधिक प्रिय है। पंपकार्ट अन्य कई स्टार्ट अप्स तथा ईकॉमर्स कंपनियों के साथ मिलकर जल की बचत संबंधी इस अभियान को आगे बढ़ायेगा। सही प्रकार के पानी के पम्प के इस्तेमाल से भी पानी बचाने में मदद मिल सकती है।’
पानी बचाने के लिए कॉर्पोरेट इंडिया को पम्पकार्ट के उदाहरण पर अमल करना चाहिए। पानी एक ऐसा प्राकृतिक संसाधन है जिसके बिना धरती पर जीवन संभव नहीं है।