पंचकूला: अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर शहर का नाम रोशन करने वाली शख्सियतों को 19 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम के तहत एक्सीलैंस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार समारोह बाल भवन, सैक्टर-23 में होगा। कार्यक्रम में शहर की उन शख्सियतों को इस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी समाज के लिए कुछ अलग करने का प्रयास किया। इनमें से कुछ ऐसी शख्सियतेंं भी हैं जो गुमनाम जिंदगी जी रही हैं।
प्रणय मीडिया की ज्यूरी की ओर से ट्राईसिटी से 10 शख्सियतों का चयन किया गया है। इनमें से चार लोग पंचकूला से हैं। इनमें डिफैंस, एन.जी.ओ., एजुकेशन, हैल्थ, समाजसेवा, आर्ट एंड कल्चर, सरकारी सेवा, खेल, स्टार्टअप, एन्वायरनमैंट आदि क्षेत्रों से शख्सियतों को चुना गया है। कार्यक्रम में रेणू अरोड़ा, सरीता खुराना, हिसार से ब्रिगेडियर एन.के. पंवार विशेष अतिथि होंगे।
ये होंगे सम्मानित
तरसेम गर्ग : तरसेम गर्ग कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हैं। शहर में सोशल सर्विसिज के लिए सक्रिय शायद ही कोई ऐसा संगठन हो जिसके वह मैंबर्स न हों। हर साल गरीब लड़कियों की शादी कराने में वह सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। महाराजा अग्रसेन वैल्फेयर ट्रस्ट, लायंस क्लब, नगर सुधार सभा, अग्रवाल सभा सहित कई संगठनों से वह जुड़े हैं। ओल्ड ऐज होम, सैक्टर-15 में हर माह महाराजा अग्रवाल वैल्फेयर ट्रस्ट के किसी एक मैंबर्स की तरफ से पूरे माह का राशन बुजुर्गों के लिए डोनेट किया जाता है। ट्रस्ट सैक्टर-5 में चैरिटेबल डायग्नोस्टिक सैंटर भी चला रहा है। सर्दियों में कालोनियों में रहने वाले गरीब लोगों को उनकी तरफ से गर्म कपड़े बांटे जाते हैं। वह गरीब बच्चों को स्कूल बैग, जर्सी व स्टेशनरी भी वह हर साल बांटते हैं।
विकास गुप्ता : बिल्डर विकास गुप्ता ने जब देखा कि बच्चों व बुजुर्गों को मिलने वाले दूध की क्वालिटी काफी घटिया है तो उन्होंने अपना मिल्क प्लांट लगाने का फैसला किया। उन्होंने डेढ़ साल पहले अक्तूबर 2015 में पिंजौर के कोना गांव में मिल्क प्लांट लगाया। इसमें दूध निकालने के लिए लेटैस्ट मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। दूध की बढिय़ा क्वालिटी होने के कारण एरिया में उनका मिल्क प्लांट काफी कम समय में पापुलर हो गया है। उनके पास 110 गाय हैं। इसमें उन्होंने करीब 25 लोगों को जॉब दे रखी हैं। उन्हें स्टार्टअप बिजनैस कैटागरी से सम्मानित किया जाएगा।
जीवतेश गर्ग : जीवतेश हॉलमार्क पब्लिक स्कूल, सैक्टर-15 के डायरैक्टर प्रिंसीपल हैं। बच्चों को पढ़ाई के साथ उनकी ओवरऑल डिवैल्पमैंट पर खास ध्यान दिया जा रहा है। उनके प्रयासों से समाज में पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए प्ले तैयार किया था। इस कॉमेडी प्ले के माध्यम से हंसी-मजाक में लोगों को पेड़ों की महत्ता बताई गई। इंटरनैशनल स्टैंडर्ड के आधार पर ट्राइसिटी की पहली शूटिंग रेंज भी उन्हीं के प्रयासों से स्कूल में शुरू की गई है।
वंदना भटनागर : वंदना भटनागर ब्ल्यू बर्ड स्कूल, सैक्टर-16 की प्रिंसिपल हैं। स्कूल में स्पोर्ट्स को प्रमोट करने के खास प्रयास हो रहे हैं। हर साल उनके स्कूल के कई स्टूडैंट्स विभिन्न गेम्स में स्टेट व नैशनल लैवल पर मैडल जीत रहे हैं। मोरनी में जल्लाह गांव की 12वीं में टॉपर काजल शर्मा को उन्होंने अपनी तरफ से आगे बढऩे के लिए लैपटॉप डोनेट किया था। स्कूल स्टूडैंट्स को भी वह सोशल सर्विसेज में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करती रहती हैं।