कहने को प्रशासन ने पुरे शहर के सभी एंट्री पॉइंट्स पर में 39 नाके लगा पंचकूला सील कर दिया है लेकिन फिर लाखो की संख्या में डेराप्रेमी कहा से आ रहे है? प्रशासन की नाकेबंदी और तमाम प्रयास नाकाम साबित हो रहे है।
शहर में धारा-144 भी लगी हुई है फिर भी हज़ारो की संख्या में डेराप्रेमी पंचकूला पहुँच रहे है। शहर के हालातो की अगर बात करें, तो ये कहना गलत नहीं होगा कि शहर के ज्यादातर सेक्टरों के पार्कों में, ग्रीन बेल्ट्स में, पार्किंग एरिया से लेकर सड़कों पर डेराप्रेमी का जमावड़ा लगा हुआ है।
हज़ारों लोग ट्रेनों से पहुंच चुके है पंचकूला
डेरा समर्थकों के हुजूम को देखते हुए रेलवे स्टेशन छावनी में तब्दील हो गया है। कल से आज तक लगभग 30 हजार लोग ट्रेनों से यहां पहुंच चुके हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। यह लोग जरूरी सामान और बैग आदि लेकर पंचकूला की ओर कूच कर रहे हैं। डेरा समर्थकों पर रेलवे ने भी अपनी नजरें जमाई हुई हैं। हालांकि फिलहाल किसी भी यात्री या डेरा समर्थक को परेशान नहीं किया जा रहा है। सिर्फ उनकी जांच कर बाहर भेजा जा रहा है। रेलवे कर्मचारियों द्वारा यात्रियों से जांच के दौरान जब पूछताछ की जा रही है तो वे टिकट दिखाकर मनसा देवी जाने की बात कह रहे हैं। बुधवार को भी हजारों की संख्या में बाबा समर्थक ट्रेनों के माध्यम से चंडीगढ़ पहुंचे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इंटर सिटी एक्सप्रेस, बाड़मेर एक्सप्रेस और कालका-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन से हजारों समर्थक पहुंचे। इन समर्थकों की तलाशी लेकर इन्हें बाहर जाने दिया गया। अंबाला डिवीजन के एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि हमारे सामने सबसे बड़ी दिक्कत कानून व्यवस्था को व्यवस्थित रखने की है। हम डेरा समर्थकों को रोक नहीं रहे हैं।
हरियाणा रोडवेज की बसों को अंबाला में ही रोका जा रहा है, एक भी बस को पंचकूला तक नहीं आने दिया जा रहा है। पंचकूला में अभी तक 11 एसपी तैनात किए गए हैं। 10 डीएसपी मौजूद है और 2500 पुलिसकर्मी। हरियाणा में जो हालत डेरा प्रमुख की पेशी को लेकर चल रहा है उसके बाद हरियाणा सरकार व् पुलिस के लिए मुश्किलें खड़ी हो रही है।