पंचकूला शहर में इस समय सड़कों को इतनी खस्ता हालत हो व्हकि है की लोगों को यह ही नहीं पता चल पा रहा सड़क मेें गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। पुरे शहर की सड़के पिछले कई वर्षों से बदहाली के आंसू बहा रही है। अब आलम ये है कि सड़क पर दो-दो फिट के गड्ढे हैं। इन गड्ढों की वजह से आये दिन एक्सीडेंट हो आहे है और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए सेक्टर वासी कई बार नगर निगम को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि नगर निगम की अनदेखी की वजह से उन्हें इतनी परशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
बारिश के दिनों में यह दो-दो फुट के गड्ढों में पानी से भर जाता है। इस वजह से वाहन चालकों को गड्ढे दिखाई नहीं देते और हादसे का शिकार होते हैं। बारिश के दिनों में यहां हादसों की संख्या में वृद्धि हो जाती है
री-कार्पेटिंग की फाइल दबाये बैठा है प्रशासन
पंचकूला की सड़कों के खस्ताहाल होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि स्थानीय शहरी निकाय विभाग पिछले काफी समय से री-कार्पेटिंग की फाइल दबाए बैठा है। हर साल मानसून का हवाला देकर विभाग फाइलों पर कार्यवाही से कन्नी काटता रहा। पंचकूला के लोग पिछले एक साल से उम्मीद लगाए बैठे थे कि सड़कों की मरम्मत का काम जल्द शुरू हो परंतु निकाय विभाग के पास आज भी करीब 80 से ज्यादा कामों की फाइलें हैं, जिन पर सिवाय बैठकों के नतीजा हमेशा सिफर रहा है।
गड्ढों में तबदील हो चुकी सड़कें
लेबर चौक की सेक्टर 12-ए व इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1 से अमरटैक्स तक, सेक्टर 5 के होटल बैलाविस्टा से सेक्टर 11/15 और सेक्टर 7 और 6 से डिवाइडिंग रोड सेक्टर 12-ए व वाया बस स्टैंड से सेक्टर 4 की तरफ और यहां से एनएच-22 की तरफ जा रही मुख्य सड़कें गड्ढों में तबदील हो चुकी हैं।