मनीमाजरा लाइब्रेरी चौक के आसपास इतनी हद तक एनक्रोचमेंट बढ़ चुकी है कि पैदल आने-जाने वालों को रास्ता मिलना भी मुश्किल हो चूका है। चौक में इतनी रेहड़ी फड़ी लगनी शुरू हो गई है जिसका इलम न तो स्थानीय पार्षद और न नगर निगम को है। यहां, चाय, जूस, फ्रूट, चाट व बर्गर वालों की रेहडिय़ां सुबह से ही लगनी शुरू हो जाती हैं।
इस 60 फुट की सड़क पर केवल 10 फुट की जगह ही बची है जिसमें हर समय ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। प्रशासन कई बार अतिक्रमण को हटाने आता है लेकिन इन रेहड़ी वालों को पहले ही भनक लग जाती है और वे कुछ समय के लिए इधर-उधर हो जाते हैं। इससे यह जाहिर होता है कि प्रशासन का ही कोई न कोई व्यक्ति इस बात की खबर इन तक पहुंचा देता है जिससे ये सतर्क हो जाते हैं। हर रोज़ नई रेहड़ी इस चौक में लग जाती है स्थानीय लोगो व दुकानदारों का कहना है कि हमने प्रशासन को इस बाबत कई बार शिकायत भी दी है मगर आज तक हमारी सुनवाई नहीं हुई।
इसके इलावा इन रेहड़ी फड़ी के आगे कोई गलती से अपना व्हीकल भी खड़ा कर देता है तो ये लोग गाली गलौज करने लगते हैं जैसे इनको यह जगह प्रशासन ने अलॉट की हो। इन फड़ी वालों से लोगों को भारी दिक्कत हो रही है लेकिन इसके विपरीत प्रशासन इस पर गंभीर नजर नहीं आता। स्थानीय पार्षद की भी अतिक्रमण हटवाने में कोई भूमिका नजर नहीं आती।