पंचकूला नगर निगम द्वारा सफाई अभियान का प्रचार बड़ा जोरो शोरो से किया जा रहा है। पुरे शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं जिन पर लोगों को संदेश दिया गया है कि सफाई पर ध्यान दें। बड़ी अच्छी बात है कि शहर की सफाई बड़े स्तर पर होनी चाहिए क्योंकि पिछले साल पंचकूला सफाई के नाम पर बहुत पीछे रह गया है। लेकिन हकीकत कुछ और हे है। शहर की गलियों और सड़को में गंदगी का आलम है।
सेक्टर-7 में कॅम्युनिटी सेंटर के गेट के आगे सीवरेज की लीकेज हो रही है। पिछले 3 साल से उस में से सीवरेज का बदबूदार गंदा पानी हर रोज निकल रहा है लेकिन आज तक नगर निगम का इस पर ध्यान नहीं गया। लोगो द्वारा शिकायत करने के बावजूद आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
शहर में भड़ते एन्क्रोचमेंट में के कारन भी गंदगी फैली हुई है। स्ट्रीट फ़ूड बेचने वाले अपना सामान बेचते है और कूड़ा कचरा वही फेंक जाते है। इसके अलावा कई सेक्टरों में रोड गली इस कदर टूटी पड़ी हैं की इनमें आये दिन कचरा भरा रहता है। इन रोड गालिया की मरमत करवाना तो दूर की बात प्रशासन इन्हे साफ़ तक नहीं करता।
नगर सुधार सभा पंचकूला के चेयरमैन तरसेम गर्ग का कहना है कि सफाई अभियान तो चलाना बहुत सराहनीय है मगर लाखों रुपए खर्च कर होर्डिंग्स लगाने से ये समस्या ख़तम नहीं होगी। गर्ग ने कहा कि नगर निगम ने शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स, बोर्ड आदि पर स्वच्छता अभियान के संदेश लिखवाकर लगा दिए मगर यही पैसा अगर रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से लगाया जाता तो सफाई अभियान और बेहतर रहता।
उधर सेक्टर 20 और 21 सभा के प्रधान ओमप्रकाश गोयल ने बताया कि मार्केट में एनक्रोचमेंट की इतनी हद हो चुकी है कि लोग छोटे ट्रकों में खाने का सामान बनाकर लाते हैं और उसको पार्किंग में खड़ा कर देते हैं तथा अपना सामान बेचते हैं और अपना कूड़ा-करकट वहीं फेंक जाते हैं। शिकायतों के बावजूद निगम का एनक्रोचमेंट पर कोई ध्यान नहीं है।