न्यू डाक्टर हॉस्टल के कमरा नंबर-205 में पी.जी.आई. के जूनियर रैजीडैंट डाक्टर ने सोमवार सुबह फंदा लगा लिया। मृतक की पहचान 25 वर्षीय तमिलनाडु के रमेशवरम निवासी कृष्ण प्रसाद के र्रोप में हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पी.जी.आई. के डायरैक्टर जगत राम और डी.एस.पी. रामगोपाल मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने डाक्टर के कमरे की तलाशी ली पर वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
पुलिस ने उनका मोबाइल और कमरे से अन्य सामान को जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने प्रसाद के साथ हॉस्टल में रह रहे कर्मचारियों से पूछताछ भी की लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि आखिर किन हालात में डा. प्रसाद ने यह कदम उठाया।
डाक्टर कृष्ण प्रसाद ने 1 जनवरी 2018 में रेडियोलॅाजी विभाग में एम.डी. कोर्स में दाखिल लिया था। सैक्टर-11 थाना पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को जानकारी दे दी है। उनके आने के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
कमरे का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि फंदे पर लटका था डाक्टर
पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे सूचना मिली कि पी.जी.आई. के न्यू डाक्टर हॉस्टल के कमरा नंबर-205 में रहने वाला डाक्टर कृष्ण प्रसाद दरवाजा नहीं खोल रहा है।
पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो डाक्टर फंदे पर लटका मिला। डाक्टर की साइड में कुर्सी पड़ी थी। पुलिस ने तुरंत गले से रस्सी काटी और उसे पी.जी.आई. की एमरजैंसी में ले गए, पर वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने फोरैंसिक मोबाइल टीम बुलाकर घटनास्थल की जांच करवाई। डाक्टर के साथियों ने बताया कि कृष्ण प्रसाद रविवार को बिल्कुल ठीक था।
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ड्यूटी पर नहीं पहुंचा तो पता लगा सुसाइड के बारे में
पुलिस ने बताया कि कृष्ण प्रसाद सोमवार सुबह डयूटी पर नहीं पहुंचा था और कॉल का भी जवाब नहीं दे रहा था। रेडियोलॅाजी विभाग के डाक्टरों ने तुरंत न्यू डाक्टर हास्टल के वार्डन को कॉल कर जानकारी दी। सिक्योरिटी गार्ड ने कमरा खटखटाया तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इतने में अन्य डाक्टर मौके पर पहुंचे और सीनियर अधिकारियों व पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने के बाद कमरे का दरवाजा खोला तो सुसाइड का पता चला।