पिछले वर्ष सर्दियों में बारिश की कमी के कारण कौशल्या डैम का जल स्तर काफी गिर गया है जिसके कारन पंचकूला को मिलने वाला पानी अब सिंचाई विभाग ने बंद कर दिया है। डैम से पंचकूला शहर को प्रतिदिन 18 क्यूसेक यानि लगभग 225 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जा रहा था।
7 महीने में ही घाट गया जल स्तर
इस बार सर्दियों में डैम पानी का लेवल 468.3 मीटर क्रॉस कर गया था। विभाग ने अनुमान लगाया था की 10 महीनों से अधिक समय तक पंचकूला को वाटर सप्लाई मिल पायेगी लेकिन मात्र 7 महीने में ही जल स्तर इतना कम हो गया कि पानी कि सप्लाई रोकनी पड़ी।
अरबों रुपए की लागत से वर्ष 2012 में बनकर तैयार हुए कौशल्या डैम से पंचकूला के सेक्टरों को वाटर सप्लाई किए जाने के लिए परियोजना तैयार की थी, जिससे पंचकूला को पानी सप्लाई में काफी मदद मिलती थी। इस बार बारिश इतनी कम हुई कि डैम में पानी का स्तर काफी गिर गया है। पहले जिस वॉल्व से ऊपर पानी का स्तर ज्यादा होने पर पानी को नदी में छोड़ना पड़ता था, वहीं इस बार वॉल्व से काफी नीचे तक पानी चला गया है।
पानी वेस्ट किया तो होगा चालान
अब पानी वेस्ट करने वालों का चालान होगा। HSVP ने टीम बना दी है, जो फील्ड में जाकर चेकिंग करेगी। सुबह-शाम चेकिंग होगी। इस दौरान कोई पानी वेस्ट करता मिला तो 500 रुपए और एक हजार रुपए का चालान होगा। अगर कोई दोबारा पानी वेस्ट करते पकड़ा गया तो उसके घर का पानी का काकनेक्शन काट दिया जाएगा।