पंजाब राज्य में वाहनों पर बंद पड़ा हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाए जाने का सिलसिला एक बार फिर शुरू होने जा रहा है। 3.5 वर्षों के बाद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेटों (एचएसआरपी) को बहाल करने के साथ, पंजाब राज्य ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का अनुपालन करते हुए सही दिशा में कदम उठाया है।
पंजाब राज्य में एचएसआरपी परियोजना का संचालन वर्ष 2011 में हुआ था परंतु पंजाब राज्य परिवहन विभाग और इस परियोजना की विक्रेता कंपनी एग्रोस इम्पेक्स (आई) प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुए मुकदमें के बाद वर्ष 2015 में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम बंद कर दिया गया था। अब इस मामले को सफलतापूर्वक हल किया गया है और अदालत ने पंजाब राज्य को विक्रेता कंपनी के साथ मूल समझौते को बहाल करने का निर्देश दिया है। साथ ही विक्रेता कंपनी को भी प्रक्रिया में पाई गई कुछ कमी को संबोधित करने का निर्देश दिया गया है।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय सभी राज्यों में परियोजना की प्रगति की निगरानी कर रहा है। एचएसआरपी पर अपने अंतिम आदेश में, सर्वोच्च न्यायालय ने योजना के कार्यान्वयन की दिशा में कमजोर दृष्टिकोण के संबंध में कई राज्यों को फटकार भी लगाई है।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेटों का उद्देश्य वाहनो से जुड़े अपराधों को रोकना है। वाहन पर लगाई गई हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट पर लगे क्रोमियम हॉलोग्राम और अल्फान्यूमेरिक लेजर पहचान संख्या में वाहन का पूरा डाटा रहता है और वाहन पर लगाने के बाद केंद्रीय डाटाबेस “वाहन” के साथ सम्पूर्ण जानकारी का पंजीकर्ण हो जाता है । इस नंबर प्लेट को बदला नहीं जा सकता क्योंकि यह पक्के तौर पर ही स्नैप लौक के साथ वाहन के साथ लगाई जाती है। जब पुलिस वाहन पर लगे स्टीकर या नंबर प्लेट पर लगे हॉलोग्राम को स्केन करती है तो इसका पूरा डाटा निकल आता है और पता चल जाता है कि कहीं यह वाहन पुलिस को वांछित तो नहीं।
पंजाब राज्य में एचएसआरपी के एम्बॉसिंग और लगाने का कार्य अभी फिरोजपुर, फरीदकोट, नवांशहर और होशियारपुर के क्षेत्रीय / जिला परिवहन प्राधिकरणों के साथ शुरू हो चूका है और शेष स्थानों को 2 महीने की अवधि के भीतर ही शुरू कर किया जाएगा। राज्य में पंजीकृत सभी नए वाहनों को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है क्योंकि वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आर.सी) को प्लेट लगने के बाद ही जारी किया जाएगा। राज्य के सभी जिलों में एचएसआरपी की सुविधा शुरू होने के बाद शेष पहले से ही पंजीकृत वाहनों को भी एचएसआरपी के साथ जोड़ा जायेगा, जिसके लिए परिवहन विभाग और विक्रेता कंपनी एक कार्यक्रम तैयार करेगी ।
विक्रेता कंपनी एग्रोस इम्पेक्स ने आश्वस्त किया है कि परियोजना के शुरू में आई कुछ चुनौतियों को अब सफलतापूर्वक संबोधित कर लिया गया है, और गुजरात और असम जैसे अन्य राज्यों में चल रहे उनके एचएसआरपी के परिचालन से उन्हें यह विश्वास है की एचएसआरपी योजना को शुरू करने पर पंजाब राज्य के वाहन मालिकों के लिए कोई असुविधा नहीं होगी। ग्राहकों और वाहन डीलरों की सुविधा के लिए एस.एम.एस अलर्ट, अपॉइंटमेंट सिस्टम इंटरफेस, डीलरों के लिए ई-वालेट भुगतान जैसे प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जायेगा। ब्लैक फॉइल, जो कभी-कभी पिछले वर्षों में फीका हो जाता था, इसकी गुणवत्ता में भी सुधार लाया गया है और ग्राहकों को ऐसे किसी भी मुद्दे का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य के सभी जिलों में एचएसआरपी की सुविधा शुरू होने के बाद, वे सभी ग्राहक जिनकी नंबर प्लेट पर ब्लैक फॉइल फीका होने की समस्या थी, उनकी प्लेट पर कंपनी द्वारा नि: शुल्क ब्लैक फॉइल बदला जायेगा ।