लगातार जलाई जा रही पराली के कारण पूरा उत्तर भारत इस समय प्रदूषण की समस्या से झूंझ रहा है। जिससे लोगों पर कई प्रकार की खतरनाक बिमारियां लगने का खतरा भी मंडरा रहा है। रोज़ बाहर आनेजाने वाले नौकरी पेशा लोग चाहकर भी इस धुएं से खुद को बचा नहीं सकते और लगातार इस जानलेवा प्रदूषण का शिकार बन रहे है।
ऐसे में मोहाली में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च के साइंटिस्ट डॉ. सम्राट घोष ने एक खास तरीके का मास्क बनाया है। जिसकी जानकारी वह केंद्र सरकार को भी दे चुके है। ये मास्क लोगों को प्रदूषण से होने वाली कई बीमारियों से बचाएगा।
कपड़े व प्लास्टिक को जोडक़र बनाया मास्क
डॉ. सम्राट घोष ने इस स्पेशल मास्क के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने ये मास्क कपडें और प्लास्टिक को जोडक़र बनाया है। जिससे ये दो हिस्सों में बंट गया है। इस मास्क का एक हिस्सा नाक को कवर करेगा जबकि दूसरा हिस्सा पोलीमर का है जो की मुंह को कवर करता है। सांस लेने और छोडऩे के लिए अलग-अलग चैंबर होने के कारण इसमें इन्फेक्शन होने का खतरा भी नहीं है।
इस मास्क की खास बात यह है कि अन्य कोई भी मास्क सिर्फ एक हफ्ते तक ही चलता है लेकिन इस मास्क को तीन महीने तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
डॉ. सम्राट घोष ने कहा कि यह मास्क वह दिल्ली के स्लम एरिया के बच्चों को फ्री में बाटंना चाहते है, ताकि वह प्रदूषण से सुरक्षित रह सके। मास्क बनाने के तरीका का एक विडीयों उन्होनें यू ट्यूब पर भी अपलोड किया है ताकि इसे घर बैठे भी आसानी से बनाया जा सके।