नेहा शौरी के परिवार ने पुलिस द्वारा मामले के सही ढंग से जांच न करने और उन्हें मामले जानकारी न देने तथा की शिकायत हाई कोर्ट में की है। जहां उनकी मामले की अगली सुनवाई 20 नवंबर को निश्चित की गई है।
खरड़ के सिविल अस्पताल की ड्रग इंस्पेक्टर डॉ. नेहा शौरी की 30 मार्च को फूड एंड टेस्टिंग लैब में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोली चलाने के बाद आरोपी ने वहां से भागने की कोशिश की थी, लेकिन पब्लिक द्वारा घेरे जाने के बाद उसने स्वयं को भी गोली मार ली थी। जिसके बाद गंभीर हालत के चलते दोनों को पीजीआई पहुंचाया गया था। जहां डॉक्टरों ने दोनों को ही मृत घोषित कर दिया था।
पुलिस द्वारा की जांच में पाया गया था कि पुरानी रंजिश के चलते आरोपी बलविंदर सिंह ने नेहा शौरी की हत्या की थी।
ड्रग इंस्पेक्टर नेहा शौरी ने 2009 में जसप्रीत मेडिकल स्टोर नाम की केमिस्ट शॉप में छापा मारा था। जहां नेहा शौरी को नशे में इस्तेमाल होने वाली 35 तरह की दवाईया मिली। जिसके बाद नेहा शौरी ने केमिस्ट मालिक बलविंदर सिंह का लाइसेंस रद्द कर दिया था। इसी का बदला लेने के लिए बलविंदर सिंह ने नेहा शौरी की लैब घुसकर हत्या कर दी थी।