जीरकपुर के रहने वाले बाबूराम के P.G.I. के डायरेक्टर को शिकायत दी कि नर्स द्वारा लगाए गए इन्जेक्शन के बाद उनके बेटे की मौत हो गई। जिसके बाद डायरेक्टर ने तुरंत जांच कमेटी के साथ मीटिंग की। जिसमें तीन दिन के अंदर उन्होंने मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी।
बाबूराम के 12 साल के बेटे (सोनू) को बुखार व उल्टी हो रही थी। वह अपने बेटे को फेस-6 के सिविल हॉस्पिटल ले गए। जहां से बच्चे की हालत में सुधार न होने पर उसे P.G.I. रेफर कर दिया। P.G.I. में कुछ वक्त में बेटे के हालत ठीक होने लगी। जिसके बाद P.G.I. की नर्स ने उसे इंजेक्शन लगाया। जिससे सोनू की हालात अचानक से इतनी बिगड़ गई कि उसे वेंटीलेटर पर ले जाया गया। जहां सोनू की मौत हो गई।
जिसके बाद सोनू के पिता व परिजनों ने लिखित में P.G.I. के डायरेक्टर को शिकायत लिखी। जिसके ऊपर पीजीआई की कमेटी द्वारा जांच की जा रही है। जिसके बाद ही मौत की असली वजह पता चल पाएगी।