15 अगस्त को सेक्टर-22 के पॉश इलाके में रहने वाली दो सगी बहनों (मनप्रीत और राजवंत कौर) को कैंची मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गया था। दो दिन बाद पुलिस ने उसे दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी की पहचान चंडीगढ़ पुलिस से रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर के बेटे के रूप में हुई थी।
आरोपी के खिलाफ सभी सबूत इक्ट्ठे कर लेने के बाद चण्डीगढ़ पुलिस ने 14 नवंबर को चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम)कोर्ट में फाइल कर दी है। इस चार्टशीट में सभी सबूतों के अलावा पुलिस ने 32 लोगों को वारदात का गवाह बनाया है।
अहम गवाह शशि ने बताई पूरी घटना
दो बहनों की हत्या की शिकायत पुलिस में मृत बहनों के पड़ोस में रहने वाली शशि और उनके मकान मालिक सतविंदर सिंह ने दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची तो दोनों बहनें मनप्रीत और राजवंत कौर फर्श पर पड़ी हुई मिली थी। वह दोनों मर चुकी थी।
शशि ने पुलिस को शिकायत करते हुए वारदात की पूरी सूचना दी। जिसमे उन्होंने बताया की 15 अगस्त को सुबह के करीब 4-5 बजे दोनों लड़कियों के कमरे में से चिल्लाने की आवाजे आ रही थी। जिसे सुनकर शशि वहां गई तो आरोपी कुलदीप भी वहां मौजूद था। जिसने उसे वहां से जाने को कहकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। शशि वहां से लौट आई लेकिन थोड़़ी देर बाद उसने कुलदीप को सिडिय़ों से भागते हुए नीचे उतरते देखा। कुलदीप के पास एक बैग भी था।
शशि और उसके मकान मालिक ने जब दोनों बहनों के कमरे के पास जाकर देखा तो कमरे को ताला लगा था। मकान मालिक ने जब ताला तोड़ा तो दोनों बहनों की लाश खून से सनी हुई फर्श पर पड़ी थी। जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस को दी।
दो दिन में पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस से मामला दर्ज कर जांच शुरू की, और फरार आरोपी को दिल्ली के गिरफ्तार कर दिया तथा कैंची भी बरामद कर ली जिससे आरोपी ने हत्या को अंजाम दिया था । आरोपी ने पुलिस को बयान में बताया कि उसका मनप्रीत के साथ झगड़ा चल रहा था। जिस कारण उसने गुस्से में आकर दोनों बहनों की हत्या कर दी।