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इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 100 मीटर में पड़ते गोदाम प्रशासन ने किए धवस्त

चण्डीगढ़। बुधवार 19 फरवरी को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने एमसी को फटकार लगाई। जिसके बाद नगर परिषद ने तुरंत कार्रवाई की और झबकपुर में भारतीय वायु सेना स्टेशन की चारदीवारी से 100 मीटर के दायरे में पड़ने वाले भाबत गांव के पास 12 अवैध गोदामों को ध्वस्त कर दिया। एमसी ने गोदामों में रातों-रात नोटिस दिए और सुबह के पांच बजे तक सबको नोटिस देने के बाद सुबह 10 बजे से पहले ही एरिया के आसपास के गोदामों पर जेसीबी चलाकर उन्हें गिरा दिया।

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इन वाणिज्यिक गोदामों और एमसी के अधिकारियों के बीच बहस भी हुई। जिसके बावजूद भी गोदामों को गिराने का काम चालू रखा गया। गोदामों को गिराने के लिए प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल सहित दौलत सिंह पभात वाला क्षेत्र के गोदाम एरिया में पहुंच गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र में नगर काउंसिल की दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, एक क्रेन के साथ 5 जेसीबी मशीन और उसके साथ ज़िरकपुर एमसी के प्रवर्तन विंग एसडीएम, डेरा बस्सी, कुलदीप बावा भी वहां मौजूद थे साथ उनके साथ लगभग 250 पुलिस कर्मी थे, जिनमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं। भारतीय वायुसेना के अधिकारी भी अभियान के दौरान मौजूद थे।

एयरफोर्स स्टेशन के 100 मीटर के दायरे में निर्माण पर है पाबंदी

कानूनी तौर पर चण्डीगढ़ एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के 100 मीटर के दायरे में पडऩे वाले स्थान पर किसी भी तरह का घिराव या निर्माण करने पर पाबंदी लगाई हुई है। इसके बाद भी यदि कोई यहां निर्माण करता है तो उसे अवैध माना जाएगा और प्रशासन द्वारा उस अवैध निर्माण को गिरा दिया जाएगा। लेकिन प्रशासन इसपर पिछले काफी समय से लापरवाही बरत रहा था और एयरफोर्स स्टेशन के 100 मीटर के घेरे में अवैध निर्माण धड़ल्ले के साथ जारी रहा। जिसके बाद प्रशासन को हाई कोर्ट की फटकार सुननी पड़ी।

गोदाम मालिकों व लोगों ने विरोध, कहा नहीं दिया गया कोई नोटिस

इस कार्रवाई के दौरान वार्ड नंबर-28 की महिला पार्षद गुरप्रीत कौर के पति हरप्रीत सिंह और स्थानीय लोगों ने कार्रवाई रोकने की कोशिश की। जिस पर पुलिस कर्मचारियों की हरप्रीत सिंह के साथ झड़प भी हुई। पुलिस ने हरप्रीत सिंह को हिरासत में लेकर बाद में रिहा कर दिया। इस कारवाई के दौरान अपने गोदाम गिरते देखकर लोग रोते रहे।

इनमें ज्यादातर गोदाम मालिक और करोड़ों का समान रख किराये पर गोदाम लेने वाले व्यापारी शामिल थे। इस दौरान कूलरों का व्यापार करने वाले भारत भूषण ने कहा कि उन्होंने यह जगह बहुत मेहनत के साथ ली थी। न तो उनको कोई नोटिस दिया गया और न ही समय दिया गया। विभाग ने अचानक से यह कार्यवाही की जो कि गलत है। उन्हें समान निकालने का भी समय नहीं दिया गया। अब वह लाखों का अपना सामान लेकर कहां जाएंगे।

इसी तरह प्रदीप कुमार ने कहा कि वह 10 साल से यहां रह रहे हैं। यहां तक कि मकानों को नंबर तक दिया हुआ है, इसलिए प्रशासन की यह कार्यवाही गलत है। गुरबचन ने कहा कि उन्होंने ६० लाख रुपए में यहां गोदाम खरीदा था जिसका नक्शा भी उनके पास है। प्रशासन ने कोई नोटिस नहीं दिया। अचानक ही यह कार्यवाही की, जो कि गलत है।