चण्डीगढ़। पूरे भारत में लाॅकडाउन के बाद भी कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि चण्डीगढ़ शहर में लोगों द्वारा लाॅकडाउन का पालन करने के कारण यहां मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं है लेकिन चण्डीगढ़ के पीजीआई हाॅस्पिटल में न चण्डीगढ़ के आसपास के राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए आते है।
ऐसे में यदि भविष्य में उन्हें हाॅस्पिटल में मरीजों के लिए बेड की कमी होती है तो मरीजों को परेशानी न उठानी पड़े इसके लिए इंजीनियरिंग विंग ने केवल 6 दिनों में रेल के डब्बों को आइसोलेशन वार्ड बनाकर तैयार कर दिया। रेलवे ने चंडीगढ़ में 7 और कालका रेलवे स्टेशन पर भी 7 कोचों का इस्तेमाल करके कुल 14 कोचों मेें आइसोलेशन वार्ड तैयार किए हैं। प्रत्येक कोच में 16 पेशेंट को आइसोलेट करने की क्षमता है।
मरीजों को आइसोलेट करने के लिए इनमें सारी सुविधाएं मुहैया कराई गईं हैं। इन्हें वार्ड में बदलने से पहले हर डिब्बे को सैनिटाइज किया गया है। वहीं हर कोच में WHO के नियमों के मुताबिक उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं।
प्रत्येक कोच में 2 डॉक्टर और 2 नर्स के लिए अलग से केबिन तैयार किया गया है। जहां मरीज की एंट्री नहीं होगी। इसके साथ प्रत्येक केबिन में बने साइड वाली सीट को रिजर्व रखा गया है। जहां मरीज आवश्यकता अनुसार जरूरी सामान रख सकेंगे।