सेक्टर-15 की कोरोना पॉजिटिव दंपति के इलाज करने वाले डॉक्टर पर केस दर्ज होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पंचकूला और चंडीगढ़ उनके पक्ष में उतर आई है।
आइएमए पंचकूला के प्रधान डॉ. राजीव आर्य ने कहा कि जिस महिला के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद डॉ. नागपाल पर सूचना नहीं देने का आरोप लगाकर केस दर्ज किया गया है, वह गलत है। डॉ. नागपाल ने ही स्वास्थ्य विभाग को मरीज के बारे में सूचना दी थी। अगर वह इसके बारे में सूचना न देते तो केस ट्रेस भी नहीं होता। इस बारे में आइएमए के पदाधिकारी स्वास्थ्य मंत्री से भी मिलेंगे। हम सिर्फ इतना कह रहे है कि मंत्री विज को कहीं न कहीं गलत फहमी हुई है और इस मामले में पहले फेक्ट पता किए जाने थे और उसके बाद ही कोई कार्रवाई की जानी थी।
इन असाधारण परिस्थितियों में सभी डॉक्टर इस आपदा से निपटने के लिए मेहनत कर रहे हैं। इन समय में एक डॉक्टर को दंड देना और दोषी ठहराना पूरी चिकित्सा बिरादरी का मनोबल गिरा देता है। प्रोटोकॉल के उचित समन्वय और स्पष्टता के लिए डीसी और आइएमए के बीच बैठक हो, ताकि इस तरह की घटना न हो।
बता दे कि वीरवार को हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने डॉक्टर के खिलाफ इलाज़ में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज करने के लिए निर्देश दिए थे। जिसके तहत पंचकूला पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया था।