चण्डीगढ़। पिछले लगभग तीन महीने से लाॅकडाउन के चलते शहर पूरी तरह से प्रदूषण रहित हो गया था। देश में दूसरे सभी शहरों से साफ हवा चण्डीगढ़ की रिकाॅर्ड की गई थी।
लेकिन अब फिर से सड़कों पर वाहनों के चलने की छूट मिल जाने के कारण शहर की हवा फिर से प्रदूषित होनी शुरू हो गई है।
सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI)159 दर्ज किया गया जबकि दिल्ली का AQI 106 दर्ज किया गया । लंबे समय बाद सड़कों पर बड़ी संख्या में उतरे वाहनों के काले धुएं ने दिल्ली को इस मामले में पछाड़ दिया।
जबकि शहर अभी पूरी तरह खुला भी नहीं है सिर्फ 33 परसेंट लोग ही काम पर जा रहे है। यदि 33 परसेंट लोगों की आवाजाही से ही शहर में इतना प्रदूषण बढ़ गया तो सब कुछ खुलने के बाद क्या होगा।
22 मार्च को लगे जनता कर्फ्यू से अब तक डेढ़ महीने में करीब तीन करोड़ लीटर फ्यूल जलने से बच गया। इस फ्यूल के बचने से करीब 100 करोड़ रुपये भी बचे हैं। अब अंदाजा लगाइये इतना पेट्रोल और डीजल जलता तो उससे कितने टन जहरीली गैस निकलकर वातावरण को जहरीला करती। अब फिर से वही प्रदूषण की दौड़ शुरू हो गई है।