ऐतिहासिक शक्तिपीठ श्री माता मनसा देवी में श्रद्धालुओं को मां के दर्शन के लिए अब ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाकर ऑनलाइन बुकिंग लेनी होगी। बुकिंग के बाद उन्हें दर्शन का समय मिलेगा और 30 सेकंड में मां के दर्शन करने के बाद घर लौटना होगा। देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते संकट के चलते जिस तरह केंद्र सरकार द्वारा 8 जून से मंदिर खोलने की इजाजत दी गई है, उसको मद्देनजर रखते हुए श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बोर्ड के अधीन आने वाले मां मनसा देवी मंदिर और काली माता मंदिर में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दर्शन करवाए जाएंगे। साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। एक परिवार के साथ आने वाले सदस्यों में भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा। गर्मियों के चलते कारपेंटिंग की गई है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
4 बजे से 10 बजे तक हो सकेगी ऑनलाइन बुकिंग
श्रद्धालु गर्मियों में सुबह 4 बजे से 10 बजे तक ऑनलाइन बुकिंग करवा सकेंगे। आरती के समय श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिये इंतजार करना होगा। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद भी दिया जाएगा।
बोर्ड के का मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमएस यादव ने बताया कि ऐप तैयार कर ली गई है और मंदिर खुलने से तीन-चार दिन पहले रजिस्ट्रेशन शुरू कर ली जाएगी लगभग 1 सप्ताह की रजिस्ट्रेशन की जाएगी। लंगर शुरु करने के बारे में भी गाइडलाइंस का इंतजार है। बोर्ड की वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिये लॉगइन आइडी दिया जाएगा और बिना रजिस्ट्रेशन आने वालों को दर्शन नहीं करवाये जायेंगे।
गुरुद्वारा नाडा साहिब में सेवादार निभायेंगे भूमिका
ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाडा साहिब में हालांकि 10 से 15 श्रद्धालु लॉकडाउन के दौरान भी दर्शन करने के लिये आते थे। साथ ही लंगर सेवा भी चलती रही। लेकिन अब लॉकडाउन में छूट के बाद भीड़ बढऩे की संभावना को देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से मंथन किया जा रहा है। गुरुद्वारा के बाहर सेनिटाइजर मशीन लगा दी गई है। साथ ही शारीरिक दूरी बनाये रखने के लिये सेवादारों की डियूटी लगाई जाएगी। मैनेजर जगीर सिंह ने बताया कि दर्शन के बाद संगत को गुरुद्वारे के अंदर नहीं बैठने दिया जाएगा। लंगर सेवा के दौरान कम से कम लोगों की भीड़ हो, इस पर फोक्स रहेगा। प्रशासन जिस प्रकार निर्देश देगा, उसी अनुसार तैयारी होगी।