Home » Others » विश्व रक्तदाता दिवस पर शहर में लगे रक्तदान कैम्प

विश्व रक्तदाता दिवस पर शहर में लगे रक्तदान कैम्प

चण्डीगढ़। 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। शहर में हमेशा ही रक्तदान के कैम्प लगते रहते है और शहरवासियों द्वारा रक्तदान भी किया जाता है लेकिन आज की दिन खास इसलिए है क्योंकि इस समय पूरे विश्व में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है। जिसके चलते दुनिया भर में लोगों के दिलों में एक डर पैदा हो गया है लेकिन फिर भी आज विश्व रक्तदान दिवस पर शहरवासियों में रक्त दान करने के प्रति उत्साह की कोई कमी नहीं थी।

कोरोना की इस लड़ाई में भी ऐसे रक्त योद्धाओं ने शहर में खून की कमी नहीं होने दी। गर्मी दस्तक दे चुकी है ऐसी स्थिति में भी शहर के डोनर्स रक्त की कमी पूरी करने में लगे हुए हैं। रक्तदाताओं के हौसले के कारण ही चंडीगढ़ PGI को 2014 में पूरे देश में सबसे बढि़या ब्लड कलेक्शन और सर्विस में नंबर वन का अवॉर्ड मिल चुका है।

एक साल में 90 हजार यूनिट रक्त इकट्ठा होता है

चंडीगढ़ में एक साल में 90 हजार यूनिट रक्त इकट्ठा होता हैए जिनमें से PGI का सबसे बड़ा योगदान है। जोकि 60 हजार से ज्यादा ब्लड यूनिट इकट्ठा करता है। PGI ट्राईसिटी में लगने वाले सैकड़ों शिविरों से रक्त इकट्ठा करता है। शहर में कुछ ऐसे रक्तदाता भी है जो एक फोन कॉल आने पर दस से 15 मिनट में मरीज के पास पहुंच जाते हैं। ऐसे डोनर्स अब तक हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं।

आज PGI और सेक्टर-32 स्थित GMCH में रक्तदान शिविर लगेगा

विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर PGI और सेक्टर-32 स्थित GMCH में रक्तदान शिविर लगाया गया है। रक्तदान करने वाले लोगों को इन दोनों स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए रक्तदान कराया जाएगा।

सेक्टर-23सी की मार्केट में भी रक्तदान शिविर लगाया जाएगा
विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर शिव कांवड़ महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सेक्टर-23सी की मार्केट में रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है। यहां पर कोई भी रक्तदान कर सकता है। हर रक्तदाता को एक पानी का कैंपर भी गिफ्ट किया जाएगा।

अगर कोई कोरोना का मरीज ठीक हो चुका है और उसे क्वारंटाइन हुए भी 14 दिन से ज्यादा का समय हो गया है तो वह प्लाज्मा डोनेट करके दूसरे कोरोना के मरीज की रिकवरी में मदद कर सकता है। ऐसे लोग उन्हें PGI में सीधा संपर्क कर सकता हैं। रक्तदाताओं की वजह से चंडीगढ़ में खून की कमी नहीं हुई है। उन्हें उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही रहेगा।