चण्डीगढ़। शहर में कोरोना के चलते केवल रजिस्टर किए गए वेंडर्स द्वारा ही घर-घर सब्जी व फल पहुंचाने का काम किया जा रहा है। हालांकि पहले केवल 30 जून तक ही वेंडर्स को सेक्टरों में सब्जी बेचने की अनुमति दी गई थी।
लेकिन अब कमिश्नर केके यादव के प्रस्ताव कों मंजूरी देते हुए, प्रशासक वीपी सिंह बदनौर द्वारा फेसला लिया गया है कि चंडीगढ़ में डे-मार्केट और अपनी मंडी शुरू होने तक वेंडर ही फल और सब्जी बेचेंगे। ताकि लोगों को घरों से बाहर न आना पड़े और मंडी में भीड़ न हो। अब यह व्यवस्था अपनी मंडी व डे.मार्केट शुरू न होने तक कर दी है।
इस समय शहर में करीब 740 वेंडर सेक्टरों में सब्जी व फल पहुंचाने का काम कर रहे है। जिससे शहर में सब्जी खरीदने वाले लोगों के साथ-साथ सब्जी विक्रेताओं यानि वेंडर्स का रोजगार भी चल रहा है।
वेंडर्स का तापमान चेक होने के बाद ही भेजा जाता है सब्जी बेचने
कोरोना संक्रमण ने इस समय शहर में पूरी तरह से पैर पसार लिए है। जिससे हर किसी के लिए खतरा बढ़ गया है। जिसके चलते प्रशासन द्वारा लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा का ध्यान भी रखा जा रहा है।
जिसके लिए निगम द्वारा प्रत्येक वेंडर की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। जहां उनके शरीर का तापमान चेक किया जाता है। मास्क, गलब्स लगाने के साथ सैनिटाइजर का लगातार प्रयोग करने के बारे में बताया जाता है। साथ ही वेंडरों को साफ-सफाई के बारे में बताया जाता है। प्रशासक के साथ बैठक में सेक्टरों में सब्जी व फल बेचने के लिए समय सीमा बढ़ाने की अपील की थी। प्रशासक ने इस पर सहमति जताई है।