पंचकूला। लाॅकडाउन के चलते काफी लम्बे समय से पंचकूला पूरी तरह से बंद था लेकिन अब पूरे देश को अनलाॅक किया जा रहा है। अनलाॅक की इस प्रक्रिया से लम्बे समय से घर में कैद लोगों को बाहर जाकर अपने काम करने की आजादी तो मिल गई है लेकिन लगातार लोगों की बढ़ रही आवाजाही के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले भी ओर अधिक बढ़ गए है।
पंचकूला में लाॅकडाउन के दौरान इनते कोरोना के केस सामने नहीं आए थे। यहां तक कि एक बार तो पंचकूला के सारे मरीज ठीक होकर घर वापिस लौटने के बाद पंचकूला को कोरोना मुक्त भी घोषित कर दिया गया था।
दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों के कारण बढ़ा संक्रमण
पंचकूला जिले में जून के महीने में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले सामने आए है। जून में कुल 133 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसमे से 84 पंचकूला के रहने वाले है और 49 दूसरे राज्यो से पंचकूला आये थे।
दूसरे राज्यों से लौटे लोगों कोरोना पाॅजिटिव होने के कारण उनका परिवार भी इसकी चपेट में आ गया। सवास्थ्य विभाग द्वारा अब तक 1,248 लोगो को होम कवारंटीन किया गया है।
हालंाकि प्रशासन द्वारा कोरोना के मरीजों की संख्या पर नियंत्रण पाने के लिए कई तरह के सख्त कदम भी उठाए गए। पुलिस द्वारा सभी एंट्री पर कड़ी पहरेदारी की गई। बिना मास्क से घूमते लापरवाह लोगों को सबक सिखाने व अन्य लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस द्वारा चालान भी काटे गए। जून माह में बिना मास्क के घूमने वालें लगभग 1500 लोगों के चालान काटे गए।
वहीं समय-समय पर लोगों को साफ-सफाई रखने के प्रति जागरूक किया गया ताकि संक्रमण को फेलने से रोका जा सके लेकिन फिर भी अनलाॅक 1.0 के दौरान काफी तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ती चली गई। जिस कारण कोरोना मुक्त हुए पंचकूला के कई इलाकों को कंटेमेंट घोषित कर दिया गया।
हरियाणा में अनलॉक 1.0 के दौरान 200 से अधिक कोविद रोगियों की मृत्यु हो गई
अनलॉक 1.0 हरियाणा के लिए विनाशकारी साबित हुआ था। राज्य में 1 जून को कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 21 थी । मंगलवार शाम तक इसने 236 मौतें दर्ज की थीं जिनमें पिछले 24 घंटों में 4 मरीज शामिल थे।
15 जून तक कोविड-19 से मरने वालों का आंकडा 100 रोगियों को कोविद.19 के कारण खो दिया था। अगले 15 दिनों में 236 रोगियों की मृत्यु हो गई। इनमें 174 पुरुष और 62 महिलाएं थी।
हरियाणा में पिछले 24 घंटों में चार मौतें और 338 ताजा मामले दर्ज किए गए। मंगलवार शाम जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार 68 गंभीर मरीज थे जिनमें से 53 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे जबकि 15 वेंटिलेटर पर हैं।
हरियाणा की कुल कोविद रैली 14,548 मंगलवार को पहुंची। राज्य के रिकवरी रेट को 68.55 प्रतिशत तक ले जाने वाले अस्पतालों से कुल 470 मरीज बरामद और डिस्चार्ज हुए। गुड़गांव में 1,294 और फरीदाबाद में 1,255 पूरे हरियाणा में दो सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में अभी भी 4,340 सक्रिय कोविद मरीज हैं।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि राज्य जल्द ही कोविद रोगियों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी शुरू करेगा। राज्य भर के सभी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जाएगा। जिससे सरकार को रिकवरी दर बढ़ने की उम्मीद है।
राज्य में मामला दोगुना होने की दर 15 दिनों तक पहुंच गई जबकि सकारात्मकता दर 5.63 प्रतिशत दर्ज की गई और मामले की घातक संख्या 1.62 प्रतिशत रही। मंगलवार शाम तकए हरियाणा प्रति मिलियन आबादी पर 10,422 नमूनों का परीक्षण कर रहा था।