चण्डीगढ़। मनीमाजरा थाने की पूर्व SHO इंस्पेक्टर जसविंदर कौर पर कुछ दिन पहले 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे। जिसके बाद से CBI उनकी तलाश कर रही है लेकिन SHO पिछले 8 दिनों से फरार है।
वहीं इसी केस में भगवान सिंह को 8 दिनों के रिमांड के बाद अब कोर्ट द्वारा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बुधवार को जसविंदर कौर ने अपने वकील के जरिए CBI की स्पेशल कोर्ट में एक एप्लीकेशन दी और सह-आरोपी भगवान सिंह की कस्टडी से जुड़े आदेश की सर्टिफाइड कॉपी हासिल की। इस रिकॉर्ड के जरिए जसविंदर कौर कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर सकती है।
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सीबीआई का कहना है कि जसविंदर कौर जांच में शामिल नहीं होना चाहती क्योंकि वह भगवान सिंह के सामने नहीं आना चाहती। इसलिए वह फरार है। सीबीआई ने कहा कि वे जसविंदर कौर को ढूंढने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे में अगर भगवान सिंह को जमानत दी गई तो जसविंदर कौर उससे जांच में हुई पूछताछ की जानकारी हासिल कर सकती है। इसलिए भगवान को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की मांग की।
क्या है पूरा मामला ?
मनीमाजरा निवासी गुरदीप सिंह ने CBI को शिकायत दी थी कि SHO जसविंदर कौर ने उसके खिलाफ आई एक शिकायत से उसे बचाने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी है।जसविंदर ने उसे बताया था कि उसके खिलाफ किसी ने शिकायत दी है कि गुरदीप ने नौकरी लगवाने के लिए उससे 10 से 15 लाख रुपये मांगे है। गुरदीप ने बताया कि जसविंदर ने उसे केस से बचाने के लिए 5 लाख रुपये रिश्वत मांगी।
दोनों के बीच डील फिक्स हो गई। इसके बाद गुरदीप ने इसकी शिकायत CBI को दे दी। जब जसविंदर ने किसी तीसरे व्यक्ति भगवान सिंह को रिश्वत की पहली किश्त एक लाख रुपये लेने के लिए भेजा तो CBI ने उसे रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।