पंचकूला। पिछले कई सालों से बने कचरे के पहाड़ से पंचकूला वासियों को प्रशासन ने राहत देने का आश्वासन दिया है। तकरीबन 16 सालों से सेक्टर-23 स्थित डंपिंग ग्राउंड से आने वाली गंदी बदबू से आसपास रह रहे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लोगों द्वारा कई बार इसके खिलाफ रोष जाहिर किया गया , कई बार यहां रहे रहे लोगों ने प्रशासन से इसे साफ किए जाने को लेकर शिकायते भी की है। लेकिन बार-बार की जा रही शिकायतों के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया।
यहां रह रहे लोगों का कहना है कि हर वक्त डंपिंग ग्राउंड से गंदी बदबू आती रहती है और उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी बरसातों के मौसम में उठानी पड़ती है। बरसातों में डंपिंग ग्राउंड का कचरा गिला हो जाने के कारण और अधिक बदबू फैलाने लगता है साथ ही बरसात के पानी के साथ ये कचरा बहकर लोगों के घरों के सामने पहुंच जाता है।
लेकिन पंचकूला के पास पड़ते घग्गर के पार रहने वाले लोगो के लिए राहत की खबर है कि अब प्रशासन द्वारा जल्द ही सेक्टर-23 में स्थित डंपिंग ग्राउंड में कचरे से खाद्य बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिससे घग्गर के पार रह रहे लोगों को डंपिंग ग्राउंड से आने वाली गंदी बदबू व गैसों से छुटकारा मिलेगा।
डंपिंग ग्राउंड में बनवाया जाएगा पार्क
शनिवार को हरियाणा के विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा डंपिंग ग्राउंड का दौरा किया गया। जहां उनके साथ अन्य अधिकारी भी पहुंचे। सेक्टर-23 में बने डंपिंग ग्राउंड में कचरा निष्पादन का प्रोजेक्ट शुरू किया जाने वाला है। जिसमें डंपिंग ग्राउंड में सबसे पहले पौधे लगाए जाएंगें ताकि वहां की हवा शुद्ध हो सके। साथ ही जल्द यहां कचरे से खाद्य बनाने का काम भी शुरू किया जाएगा ताकि कचरे का निपटारा भी किया जा सके और खाद्य को अन्य उपयोगी कार्यो में इस्तेमाल किया जा सके।
बॉयो माइनिंग प्रोजेक्ट से यहां रोजाना 2 से 3 हजार टन कचरे की माइनिंग कर खाद तैयार किया जाएगा। कचरे से निकलने वाले ड्राई वेस्ट को सीमेंट फैक्ट्री भेजा जाएगा। उसके अलावा कुछ ऐसे वेस्ट हैं जो किसी के लिए भी इस्तेमाल नहीं होता है उन्हें इकट्ठा कर उठा लिया जाएगा। इसी के साथ नगर निगम की अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सेक्टर-23 के ग्राउंड को हरा-भरा कर दिया जाएगा। यहां पौधे तो लगाए ही जाएगें साथ ही यहां पार्क भी बनवाया जाएगा।
अब देखना यह है कि प्रशासन अपने किए दावों पर कितना खरा उतरता है क्योंकि यहां आसपास के इलाके मे रहने वाले लोग पिछले लगभग 16 सालों से डंपिंग ग्राउंड से आ रही गंदी बदबू के कारण चैन की सांस लेने से भी परेशान है। लोगों द्वारा कई बाद इसके खिलाफ आवाज भी उठाई गई लेकिन प्रशासन द्वारा कागजी कार्रवाई के इलावा अभी तक और कुछ नहीं किया जा सका है।