इस समय दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप फैला हुआ है। दुनिया भर में करोड़ों की संख्या में लोग कोरोना संक्रमित है वहीं लाखों लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गवां चुके है। इस महामारी का अभी तक कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है, इसलिए इस बिमारी को हराने का एकमात्र तरीका यही है कि लोग अपना इम्यून सिस्टम अच्छा करलें ताकि वह इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद जल्दी रिकवर हो सके।
जितना अच्छा व्यक्ति का इम्यून सिस्टम होगा उतनी ही जल्दी वह इस बीमारी से उभर सकेगा।
गिलोय के काढ़े का इस्तेमाल करें
गिलोय का पौधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। यह इम्युन सिस्टम को मजबूत करने में गिलोय एक रामबाण की तरह काम करता है। यह इम्युनिटी बूस्ट करके हमारे शरीर को वायरल रोगों से लड़ने में मदद करता है. यह एंटीऑक्सिडेंट का एक पावरहाउस है जो फ्री-रेडिकल्स से लड़ता है, आपकी कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है और बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। गिलोय विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है, रक्त को शुद्ध करता है, बैक्टीरिया से लड़ता है जो रोगों का कारण बनता है और यकृत रोगों के संक्रमण का मुकाबला करता है।
सामग्री
1 गिलास पानी, गिलोय का 1 पत्ता , तुसली के छोटे 7 पत्ते , नीम के 7 कोमल पत्ते, 7 साबुत काली मिर्च , दालचीनी आधा इंच , अदरक आधा इंच , आवलां पाउडर 1 चुटकी
ऐेसे बनाए हर्बल काढ़ा
गैस पर किसी बर्तन में एक ग्लास पानी डालें, फिर इसमें गिलोय का पत्ता बारीक-बारीक तोड़ कर डालें, फिर इसमें 7 तुलसी के पत्तों को भी बारीक तोड़कर डाल दें, इसके बाद इसमें नीम के 5 कोमल पत्ते तोड़कर डालें, 7 साबुत काली मिर्च लें उसे भी पानी में डाल दें। फिर इसमें आधा इंच दालचीनी का तुकड़ा डाल दें। फिर पानी को थोड़ी देर तक उबलने दें। फिर आधा इंच अदरक का टुकड़ा लेकर उसे बारीक पीस लें जिससे अदरक का रस बाहर आ जाएगा। फिर पिए हुएं अदरक को पानी में डालें।
पानी को तेज आंच पर उबलने दें। थोड़ी देर तक उबलने के बाद इसमें 1 चुटकी आवलां पाउडर डालें। फिर काढ़े को तेज आंच पर 5-7 मिनट तक पकने दें और चम्मच से काढ़ें को हिलाते रहें। पानी का तब तक पकाएं जब तक पानी आधा रह जाए। पानी पकने के बाद गैस को बंद कर दें। पानी को ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
ये काढ़ा इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के साथ-साथ हमें सर्दी, जुखाम, बुखार आदि से भी बचाता है। सुबह खाली पेट पीएं जाने पर ये बहुत फायदा होता है। इसे हर एक उम्र के व्यक्ति, बुर्जुग या बच्चें पी सकते है।