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दो दिन का बच्चा बेचने आये 5 आरोपी गिरफ्तार

चण्डीगढ़। संगरूर से दो दिन के बच्चे को चोरी करके चण्डीगढ़ में बेचने आ रहे 5 आरोपियों को पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धड़ दबोचा। आरोपियों में मोहाली के बलौंगी पुलिस स्टेशन के एसएचओ के ड्राइवर कॉन्स्टेबल अमरजीत समेत कुल 5 लोग शामिल हैं। इस मामले में पकड़े गए आरोपियों के अलावा भी कई नाम सामने आए है। जिनमें पंजाब व चण्डीगढ़ के एक-एक डॉक्टर समेत कई स्वास्थ्य कर्मी शामिल है।

आरोपियों की पहचान खरड़ के शिवजोत एन्क्लेव निवासी अमरजीत, लुधियाना निवासी मनदीप सिंह, संगरूर स्थित धूरी निवासी सर्वजीत कौर, पटियाला निवासी कुलदीप कौर और चंडीगढ़ सेक्टर-45 की रहने वाली भावना के रूप में हुई है।

साथ ही पंजाब पुलिस का एक कॉन्स्टेबल भी इस मामले में शामिल है। इस पुलिस कॉन्स्टेबल की कार में बैठकर ही आरोपी बच्चे को चण्डीगढ़ के व्यापारी को बेचने के लिए आ रहे थे। शिकायतकर्ता सेक्टर -37 में रहने वाले रविंदर कुमार उर्फ साबी पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि शहर में बच्चे बेचने व खरीदने का धंधा चल रहा है। साबी ने पुलिस को सूचना देते हुए बताया कि उसने खुद ग्राहक बनकर संगरूर के कुछ लोगों से बच्चा खरीदने की डील की है। जिसमें संगरूर के कुछ लोग 4 लाख रूपये की डील फिक्स करने के बाद उसे बच्चा बेचने के लिए आ रहे है।

पुलिस टीम ने तुरंत एक्शन लेते हुए, जीरकपुर बैरियर पर नाका लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कार में आरोपियों के साथ दो दिन का बच्चा भी मौजूद था। जिसके बाद पुलिस द्वारा चाइल्ड हेल्पलाइन लाइन 181 को जानकरी दी। चाइल्ड हेल्पलाइन ने तुरंत पहुंचकर बच्चे को अपनी कस्टडी में लिया। जहां बच्चे की देखभाल के लिए सारी सुविधाओं का इंतजाम किया गया।

थाना-31 की SHO परमजीत कौर सेखों की अगुआई में पुलिस ने ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो मेडिकल टीम की मिलीभगत से पंजाब में बच्चों को चोरी कर आगे अमीर लोगों को लाखों में बेचते थे। इनमे ज्यादातर लड़कों को ही बेचा जाता है क्योकि बड़े व्यापारियों व आमिर लोगो द्वारा ज्यादातर लड़कों को ही ख़रीदा जाता है।

आरोपी बच्चे बेचने का करते थे धंधा

इस अपराध में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के अलावा भी कई लोग शामिल होने की संभावना चलाई जा रही है। आरोपियों ने पुलिस को ब्यान में बताया कि वह इससे पहले भी 7 बच्चों को बेच चुके है। इस मामले में उनके साथ हॉस्पिटल के कई कर्मी व डॉक्टर भी शामिल है। उन्होंने बताया कि वह बच्चे के माता पिता को बच्चे के जन्म से पहले ही कह देते थे कि बच्चा मरा हुआ है या फिर बच्चे के पैदा होने के बाद कह देते थे कि बच्चा मरा हुआ ही पैदा हुआ ताकि वह उसे बेच सके।

यही नहीं पुलिस को शक है कि हो सकता है कुछ माता-पिता भी इस अपराध में शामिल हो और वह जानबुझकर अपने बच्चे को बेचने का व्यापार करते हों। पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है ताकि इसमें शामिल हर व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सके।