कोझिकोड में 7 अगस्त को एक प्लेन क्रैश हुआ था। जिसमें प्लेन में कमान संभालें पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे व को-पायलट अखिलेश कुमार समेत जहाज में मौजूद कुल 18 लोगों की मौत हो गई थी। इस प्लेन में इस समय कुल 191 लोग सवार थे। जो गंभीर रूप से घायल हो गए। एयर इंडिया का ये विमान कोझिकोड एयरपोर्ट पर रनवे से फिसलकर खाई में गिर गया था।
इस हादसे के बाद एयर इंडिया के पायलेट्स ने सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर मांग की है कि एयर इंडिया के डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) चीफ अरुण कुमार को हटाया जाए।
हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक- अब एयर इंडिया पायलट्स ने कहा है कि अरुण कुमार की जगह किसी ऐसे व्यक्ति को DGCA चीफ बनाया जाए, जिसे एविएशन सेक्टर की बेहतर जानकारी हो।
क्योंंकि विमान हादसों या विमान से जुड़ी सभी घटनाओं की जांच DGCA द्वारा ही की जाती है। इसलिए इस पद पर तैयार ऑफिसर को इस सेक्टर से जुड़ी सभी जानकारी सही ढंग से होनी चाहिए।
दरअसल हादसे के बाद DGCA अरूण कुमार ने एक नेशनल टीवी चैनल पर हादसे के बारे में बताते हुए, पायलट को ही दोषी ठहराया था। उनका कहना था कि प्लेन की लेंडिंग में गड़बड़ थी। जिस कारण हादसा हुआ है। सभी पायलट्स को उनकी ये स्टेटमेंट पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण लगी क्योंकि उन्होंने हादसे का सारा कसूर पायलट का ठहरा दिया था।
इसके बाद सभी पायलट्स ने पत्र लिखकर यही मांग है की किसी ऐसे व्यक्ति को DGCA चीफ बनाया जाए जिसे एविएशन सेक्टर की अच्छी जानकारी हो ताकि इस तरह के हादसों से लोगों व पायलट्स की जान को सुरक्षित रखा जा सके।