Home » Videos » समस्याओं का नहीं हो रहा निदान, आश्वासनों तक सिमटा प्रशासन

समस्याओं का नहीं हो रहा निदान, आश्वासनों तक सिमटा प्रशासन

शहर में आवारा पशुओं का इतना जमावड़ा हो चुका है कि एक सेक्टर में 10 से 15 गाय घूमती रहती हैं जो मेन रोड पर सड़क के बीच में ही बैठ जाती हैं। अभी पिछले हफ्ते ही एक व्यक्ति जिसकी मोटरसाइकिल गायों के साथ टकरा गई, जो काफी गंभीर रूप से घायल हो गया। आए दिन आवारा पशुओं की शिकायतें एमसी प्रशासन को दी जाती हैं, मगर इस पर कोई भी संज्ञान प्रशासन के अधिकारी अथवा कर्मचारी नहीं ले रहे हैंं।

उधर, नगर सुधार सभा पंचकूला के चेयरमैन तरसेम गर्ग ने कहा कि अगर सम्बंधित विभाग में शिकायत की सुनवाई नहीं होगी तो लोग अपनी समस्याओं से सम्बंधित शिकायतें किसके पास लेकर जाए? जनता की शिकायतों को सरकारी अधिकारी गम्भीरता से नहीं लेते जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है।

गर्ग का कहना है इन आवारा पशुओं के कारण जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को कोई मुआवजा नहीं दिया जाता, बस कार्रवाई के नाम पर आनन-फानन में इन आवारा पशुओं को गऊ बाड़े में डाल दिया जाता है, लेकिन कुछ समय पश्चात फिर वही स्थिति बन जाती है।

इसके अलावा गऊओं के लिए सुखदर्शनपुर में जो गौशाला निर्माणाधीन है वह एक लम्बे अरसे से अधर में लटकी पड़ी है। केवल आश्वासन ही दिया जाता है कि यह जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा तथा सभी पशुओं को उसमें शिफ्ट कर दिया जाएगा लेकिन धरातल पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।