चण्डीगढ़। शहर के सेक्टर-17 में अस्थाई तौर पर बनाई मंडी को फिर से सेक्टर-26 में शिफ्ट किया जाएगा। अलगे सप्ताह के मंगलवार तक ये मंडी पूरी तरह से सेक्टर-26 में शिफ्ट हो जाएगी।
लेकिन यहां पर लोगों द्वारा खरीददारी पर रोक लगाई गई है। यानि आम पब्लिक पहले की तरह मंडी में जाकर खरीरदारी नहीं कर पाएगी। ये फैसला कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
वेंडर्स लाइसेंट फिर से किए एक्सटेंड
साथ ही यूटी प्रशासन द्वारा वेंडर्स के लाइसेंस को एक बार फिर से एक्टेंड कर दिया गया है। दरअसल कोरोना के चलते प्रशासन द्वारा फैसला लिया गया था कि लोगों को सुविधा के रूप में उनके घर पर ही सब्जियां व फल पहुंचाएं जाएंगें। जिनके लिए शहर में करीब 587 वेंडर्स को लाल रंग के पास जारी किए गए थे। जिसके अनुसार उन्हें शहर के हर एक सेक्टर में में डोर टू डोर सब्जी की बिक्री करने की परमिशन दी गई थी ताकि लोगों को सब्जी व फल खरीदने के लिए मंडी में भीड़ में न जाना पड़े।
साथ ही लॉकडाउन के दौरान काम न चलने पर जिन लोगों मे सब्जी और फल बेचने का काम शुरू कर दिया था, उन वेंडर्स को अप्रैल माह में पास जारी किए गए थे। अब प्रशासन द्वारा ये लाइसेंस फिर से एक्सटेंड कर दिए गए है।
अभी बंद रहेगी साप्ताहिक मंडिया
चण्डीगढ़ में कई सेक्टरों में साप्ताहिक मंडिय़ां लगाई जाती है। जिसे कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के चलते काफी समय से बंद रखा गया है। प्रशासन द्वारा आगे भी इन साप्ताहिक मंडियों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। नगर निगम के अनुसार जब तक मंड़ियां नहीं खुल जाती तब तक यह वेंडर्स रिहायशी इलाकों में सब्जियां बेचते रहेंगे। इसके अलावा नाई, धोबी, मोर्च और अन्य ट्रेड के वेंडर्स के लिए भी यही नियम रहेगा।
नगर निगम की अपनी मंडी कमेटी की चेयरपर्सन शीला फूल सिंह और सदस्य शहर की साप्ताहिक मंड़ियां खोलने की मांग कर चुकी हैं, लेकिन नगर निगम कमिश्नर ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। कमिश्नर केके यादव ने यह निर्णय लिया है कि जब तक शहर में लगने वाली साप्ताहिक सब्जी मंड़ियां नहीं खुल जाती, तब तक यह वेंडर्स काम करते रहेंगे।