पंचकूला। प्रशासन द्वारा लोगों को तेजी से हो रहे विकास में अच्छी सुविधाएं देने के दावे तो बहुत किए जाते है। जिनके लिए प्रशासन द्वारा लाखों करोड़ो रूपये का प्रोजेक्ट दिखाकर काम शुरू भी कर दिया जाता है लेकिन इन कामों को प्रशासन द्वारा बीच में ही छोड़ दिया जाता है। जिसके बाद लंबे समय तक ये अधूरे काम बीच में लटके रह जाते है। जिस कारण आम जनता व कई बार तो मासूम जानवरों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
ऐसा ही एक मामला आज पंचकूला के सेक्टर-25 में सामने आया जहां मकान नंबर 436 के सामने सरकार द्वारा बनाए गए सिवरेज हॉल को खुला छोड़ देने के कारण एक कुत्ते के कुछ ही महीने के छोटे-छोटे 5 बच्चे उसमें गिर गए।
इन कुत्ते के बच्चों के सिवरेज हॉल में गिर जाने के बाद उनके चिल्लाने की आवाजें सुनकर वहां रहने वाले रिटायर्ड HDM अशोक माखिजा ने देखा, तो उन्होंने तुरंत प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया। आस पड़ोस के सभी लोगों द्वारा हेल्पलाइन नंबर पर कई बार कॉल करने के 4-5 घंटे के बाद वह मदद के लिए पहुंचे। तब तक कुत्ते के छोटे बच्चे सिवरेज हॉल में चिल्लाते रहे।
काफी मशक्कत के बाद कुत्ते के इन छोटे-छोटे बच्चों को हॉल से बाहर निकाला जा सका।
आशोक माखिजा का कहना है कि उनके घर के बिल्कुल सामने व पूरी सडक़ पर कई जगह इस तरह के सिवरेज हॉल के ढक्कन खुले पड़े है। जिस कारण हर समय यहां हादसों का खतरा बना रहता है। सबसे अधिक खतरा रात के समय होता है, रात में खुले सिवरेज हॉल न दिख पाने के कारण कई बार हादसे भी हो चुके है।
उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ वह प्रशासन को कई बार शिकायत भी दर्ज करवा चुके है। लेकिन बार-बार की जा रही शिकायतों के बाद भी इन खुले हॉल्स को सहीं ढंग से बंद करने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई नहीं आया है।