चण्डीगढ़। सेक्टर-26 मंडी में चण्डीगढ़ प्रशासन की ओर से पार्किंग फीस लगा दी गई है। मंडी के व्यापारियों ने इसको लेकर विरोध जताया है। व्यापारियों ने इस तरह ग्रेन मार्केट में अचानक पार्किंग फीस लगाने पर विरोध जताया है। व्यापारियों ने चण्डीगढ़ प्रशासन के इस फैसले पर रोष प्रर्दशन किया। उन्होंने मंगलवार को मार्किट बंद रखने का एलान किया है।
व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के कारण पहले से ही उन्हें आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। यदि चण्डीगढ़ प्रशासन द्वारा मंडी की पार्किंग पर भी शुल्क लगा दिया जाएगा, तो मंडी में ग्राहक कम आएंगें। जिससे उन्हें और अधिक आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि इस मुश्किल के समय में प्रशासन द्वारा हमें मदद देने की बजाए हमें परेशान किया जा रहा है। मार्केट कमेटी पर आरोप लगाते हुए एसोसिएशन ने कहा है कि कोरोना के इस समय भी गलत शर्तों वाला पार्किंग टेंडर लागू कर करोड़ों कमाना चाहती है।
प्रशासन के इस फैसले के बाद चण्डीगढ़ व्यापार मंडल द्वारा मंडी के व्यापारियों का समर्थन किया जा रहा है। जिसके लिए पार्किंग के इस टेंडर को रद्द किए जाने की प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से मांग की जा रही है। यदि चण्डीगढ़ प्रशासन द्वारा उनका सहयोग नहीं किया गया तो मंडी के व्यापारियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल दी जाएगी।
प्रशासन द्वारा लगाया मंडी पार्किंग शुल्क
व्यापारियों का कहना हे कि प्रशासन द्वारा पहले भी पार्किंग शुल्क लिया जाता है। लेकिन अब इस शुल्क को प्रशासन ने सीधे ही 5 गुना बढ़ा दिया है। जिसकी भरपाई करना मंडी व्यापारियों को मंहगा पड़ेगा। प्रशासन द्वारा मंडी में पार्किंग में रिक्शा या रेहड़ी खड़े करने पर 20 रुपए प्रतिदिन लगाया गया है। वहीं कमर्शियल वाहनों पर 50 रुपए से लेकर 250 रुपए प्रतिदिन का शुल्क लगाया जाएगा। साथ ही ये शुल्क अलगे चार सालों तक हर साल बढ़ाया जाएगा।