चण्डीगढ़। कोरोना महामारी ने देश व दुनिया में वो बदलाव कर दिए जो कभी किसी ने सोचे भी नहीं होंगे। पूरा देश लंबे समय में बंद रहा। जिससे बड़े-बड़े कारोबार ठप्प हो गए। लोगों ने रोजगार छिन गए। स्कूल, कॉलेज सब बंद हो गए यहां तक की इंसाफ दिलाने वाली अदालत पर भी ताला लग गया था।
पिछले 6 महीने से शहर की अदालत बंद पड़ी है। हांलाकि इस बीच कोर्ट द्वारा जरूरी केसों की सुनवाई वीडियों कांफ्रेंसिंग द्वारा की गई। जिसमें कोर्ट के जज व वकील केस की सुनवाई करते थे। अभी भी कुछ केसों की सुनवाई वीडियों कांफ्रेंसिंग द्वारा ही जारी रहेगी।
साथ ही सोमवार से कोर्ट में जज व वकील पहुंचेगें। पिछले काफी समय से पेंडिंग पड़े केसों को निपटाया जाएगा। हालांकि आम लोगों को अभी कोर्ट में आने नहीं दिया जाएगा। बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एनके नंदा ने बताया कि सेशंज जज विजय सिंह के साथ हुई मीटिंग में सोमवार से कोर्ट में फिजिकल सुनवाई करने पर सहमती हो गई है। जिसके बाद सोमवार से अदालत में जज व वकील पहुंचकर केसों की सुनवाई करेंगें। अभी कोरोना के खतरे के चलते कोर्ट में भीड़ कम रखने के उद्देश्य से सिर्फ वहीं वकील व जज उपस्थित होंगे जिनका उस दिन केस लगा होगा।
काफी समय से हो रही थी कोर्ट खोले जाने की मांग
बार एसोसिएशन द्वारा काफी समय से अदालत को खोले जाने की मांग की जा रही थी। अनलॉक की प्रक्रिया के बाद शहर में लगभग सभी दुकाने, हॉटल, ऑफिस यहां तक की स्कूल भी खोल दिए गए थे। लेकिन कोर्ट खोलने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा रहा था। जिस पर बार ऐसोसिएशन द्वारा 12 अक्टूबर तक कोर्ट न खोले जाने पर 13 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर बैठने की भी धमकी दी गई थी। लेकिन अब कोर्ट को सोमवार से खोलने का फैसला ले लिया गया है।
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