कोरोना महजारी के चलते चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अब शहर में हुक्का बार पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। डीसी मनदीप बराड़ ने मंगलवार को धारा-144 के तहत निर्देश जारी कर हुक्का सर्व करने पर बैन लगा दिया है। ये निर्देश 14 अक्टूबर 2020 से 12 दिसंबर 2020 तक यानि 60 दिन के लिए जारी किए गए हैं।
चंडीगढ़ कई रेस्टोरेंट्स में फ्लेवर्ड हुक्का और निकोटिन सर्व किये जा रहे था। धारा-144 के तहत ये प्रशासन द्वारा अब निर्देश जारी किए गए हैं अगर अब कोई किसी भी तरह का हुक्का सर्व करता है तो उनके खिलाफ धारा-188 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा 6 महीने की कैद भी हो सकती है।
निर्देशों में कहा गया है कि यहां पर फ्लेवर्ड हुक्का के साथ ही तंबाकू, साथ ही बाकी नारकोटिक केमिकल्स के भी हुक्का में इस्तेमाल किए जाने को लेकर संदेह है। वहीं दूसरा कोरोना संक्रमण के दौरान ये ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि हुक्का में एक ही बाउल, पाइप को कई-कई लोग यूज करते हैं और ये सीधे मुंह से पाइप के जरिए कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलाने का कारण बन सकता है।
पंचकूला में भी बे-धड़क उड़ रहा हुक्के का धुआं
जहां चंडीगढ़ में प्रशासन ने हुक्का सर्व करने पर प्रतिबंद लगा दिया है वही पंचकूला में हुक्का बैन होने के बावजूद भी बीयर-ब्यूरी, रेस्टोरेंट्स, कैफे बार में हुक्का बे-धड़क सर्वे किया जा रहा है। राजधानी चंडीगढ़ से सटे होने के कारण सरकार की किसी भी पॉलिसी, निर्देश का सबसे पहले पालन भी पंचकूला में कराया जाता है। उसके बाद ही पूरे हरियाणा में उसे लागू करवाया जाता है, लेकिन सच्चाई बिल्कुल उलट है।
हाईकोर्ट में दायर पीआईएल के जवाब में सरकार कहती है कि हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा है और प्रशासन को कहा गया है कि अगर कहीं हुक्का बार चल रहे हैं तो उन पर सख्त एक्शन लिया जाए। लेकिन पंचकूला में खुलेआम बीयर-ब्यूरी, रेस्टोरेंट्स, कैफे, बार की आड़ में हुक्का बार चल रहे हैं। शहर के साथ-साथ पिंजौर, चंडीमंदिर, बुर्ज कोटिया, चौकी गांव में रात 4 बजे तक हुक्का बार चलते रहते हैं। यहां तक कि बिना लाइसेंस के शराब भी पिलाई जाती है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय कन्वीनर दीपांशु बंसल ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की थी। जिस पर सरकार ने जवाब दिया था कि सभी जगहों पर हुक्का बार को लेकर प्रतिबंध हैं। इस संबंध में प्रशासन को हुक्का बार पर कार्रवाई के लिए कहा गया है। हमें भी कहा था कि अगर हरियाणा में कहीं भी हुक्का बार चल रहे हैं तो उस बारे में लोकल अथॉरिटी को बताया जाए। इस संबंध में हमारी ओर से पंचकूला प्रशासन और पुलिस को लेटर भेजे जा रहे हैं। कि ये सब नियमों के खिलाफ है।