वीआईपी सेक्टर-7, पंचकूला का कॅम्युनिटी सेंटर 6 जनवरी 1978 में बना था जिसको हरियाणा के पूर्व गवर्नर हरचरण सिह ने की थी जिसको। कॅम्युनिटी सेंटर को बने 42 साल गुजर चुके हैं। अब इस कॅम्युनिटी सेंटर की हालत इस कदर खस्ता हो चुकी है कि यह पूरी तरह से जर्जर हो चला है। दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें, सीमेंट की पपडिय़ां उभरी हुई हैं जो पूरी तरह खंडहरनुमा बिल्डिंग में तब्दील हो गई है।
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इसके चारों तरफ मलबा ही मलबा पड़ा नजर आता है तथा इसकी छतों पर बड़ी-बड़ी घास व पौधे उग चुके हैं। इतना ही नहीं केन्द्र की दीवारों तक में भी पौधे उगने शुरू हो गए हैं। जिनका आकार बड़ा होता जा रहा है। इसकी वजह से अंदर की ओर भी छतों में पपड़यिां और दरार आने लगी हैं जिसके चलते हर समय इसके गिरने की आशंका बनी हुई है। इस सबके बावजूद यहां पर लोग हर रोज बैडमिंटन व कई अन्य तरह के गेम्स एक्टिविटी करने आते हैं। जिसमें बच्चे व बड़े सभी शामिल हैं।
कुल मिलाकर इसकी हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि इस बिल्डिंग गिरने के कारण बड़ा हादसा हो सकता है। यहां के रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान तरसेम गर्ग का कहना है कि इतने लम्बे अरसे में इस सामुदायिक केन्द्र की नाममात्र रेनोवेशन की गई है। आज स्थिति यह है कि ना तो इसमें फर्नीचर है ना कोई अन्य किसी तरह की सुविधा। कई बार यहां की रेजीडेंट वेलफेयर ने यहां मीटिंग आदि करने का विचार किया लेकिन कहीं यह जर्जर बिल्डिंग ढह ना जाए इसी डर के कारण अब यहां किसी भी तरह की मीटिंग नहीं हो पाती। गर्ग का कहना है कि आज तक ना तो स्थानीय विधायक ना ही पूर्व पार्षद ने इसकी ओर कोई ध्यान दिया। हमारी मांग है कि इस कॅम्युनिटी सेंटर को पूरी तरह ध्वस्त करके नए सिरे से बेसमेंट के साथ चार मंजिला इमारत के रूप में निर्माण कराया जाए ताकि यहां पर बच्चे व बड़े सभी बिना किसी डर के खेल सकें और यहां के रेजीडेंटस कोई भी फंक्शन आदि बिना किसी हिचकिचाहट के कर सकें।