देश भर में सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय खाय के साथ बुधवार से शुरू हो जाएगा। शहर में छठ पूजा को लेकर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं गौर हो कि इस बार कोरोना काल में बेहद एहतियात के साथ तैयारी की जा रही है प्रशासन ने गाइडलाइन्स भी जारी की गई हैं। शुक्रवार को सेक्टर-42 की लेक पर छठव्रती को लोग डूबते सूर्य और 21 नवंबर को उगते सूर्य की पूजा अर्चना के लिए आएगें। प्रशासन ने छठ पूजा करने की अनुमति तो दे दी है लेकिन इसे लेकर कोविड-19 के सभी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। हालांकि इस बार लेक पर किसी तरह का स्टेज नहीं लगाया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की गई है कि न्यू लेक पर केवल व्रती ही आएं और अधिक लोगों को साथ लेकर न पहुंचें।
- मास्क पहनने की सलाह।
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
- टैम्परेचर चेक करने का इंतजाम।
- सैनिटाइज करने की सलाह।
तीन जगहों पर होगी छठ पूजा
समिति इस साल तीन जगहों पर छठ पूजा का आयोजन करेगी। ये पूजा सेक्टर-31 के एयर फोर्स मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर सेक्टर-47 और श्रीराम मंदिर परिसर सेक्टर-47 में होगी। इस दौरान खास बात यह रहेगी कि व्रती कृत्रिम सरोवर के जल में न खड़े होकर टब में भरे पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ देंगे।
धनास में जन कल्याण समिति मना रही छठ पूजा
धनास में हर साल की तरह जन कल्याण समिति इस बार भी छठ पूजा का आयोजन कर रही है। बकायदा प्रशासन ने इजाजत दे दी है। जिसके साथ-साथ समिति को कोविड 19 के तहत कुछ इंस्ट्रक्शन भी जारी की गई हैं। चेयरमैन रामायण कुशवाहा के मुताबिक समिति की तरफ से पूरा इंतजाम किया गया है और 20 नवंबर को पूजा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होनें लोगों से अपील की गई है कि वह मास्क पहनकर आएं। इसके अलावा सैनिटाइज और टैम्परेचर चेक करने का इंतजाम भी किया गया है।