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पंचकूला में लगे कुड़ा-कर्कट के ढ़ेर, प्रशासन हर तरह से फेल

  • क्या दिल्ली की तरह पंचकूला की पहचान बनेगा कूड़े का पहाड़?

कभी पेरिस कहलाने वाला पंचकूला शहर जो अपनी खुबसूरती और प्लानिंग के लिए फेमस है। अब दिन प्रतिदिन सडकों पर अवारा जानवरों के घुमने और चारों ओर गंदगी के ढ़ेर खड़े होने से अपनी शान गवा रहा है। दिल्ली की तर्ज पर कचरे के ढ़ेर आसमान का छु रहे हैं। लेकिन प्रशासन आंखें मुंद कर दूबक कर बैठा है। क्या पंचकूला शहर अब अपनी पहचान दिल्ली की तरह बनाने पर तुला है।

शहर के कई बाशिंदों ने म्युनिसिपल कार्पोरेशन को शहर की चमक और शान गवाने की शिकायत दर्ज करवाई हैं लेकिन अब तक किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया है।

पंचकूला में पिछले कुछ महीनों से गारबेज उठाने को लेकर अभी तक कुछ सेक्टरों में ठीक से काम नहीं हो पा रहा हैं। सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान इस के नय्यर ने बताया कि एमसी की ओर से खासकर सेक्टर 15, 19, 17, 2, 4, 9, 20 और सभी ट्रांस-घग्गर सेक्टरों में डोर-टू-डोर कचरा तक नहीं उठा जा रहा है। जहां तक की कार्पोँरेशन के ऑफिसर पर कई बार नराजगी तक जाहिर की है। इंडियन एक्सप्रैस अखबार ने भी अपने एक सर्वे में पाया है कि सेक्टर 8, 9,4, 12, 12 ए, 16, 21 और एमडीसी सेक्टर में गारबेज सिग्रेशन नहीं हो पाई है और यहां तक की गारबेज को फैंकने की जगह तय नहीं कर पाए है।

लगभग सभी सेक्टरों में कचरे को उठाने और संबंधित मुद्दों की स्थिति एक महीने से गंभीर है। शहर वासियों में नराजगी और गुस्सा तूल पर है। क्योंकि कचरा ऐसे ही पड़ है और कचरे के ढ़ेर दिन प्रति दिन आसमान की ओर पहाड़ सा रूप लेते जा रहे हैं। आलम यह है कि रोड पर घुमते अवारा कुत्ते और अन्य जानवर उसमें मुंह मार कर गंदगी को सडक़ पर फैला रहे है।

गुरूग्राम की फीडबैक फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट ने एक स्कीम शुरू की थी जिसके तहत गारबेज को सिग्रेशन कर सूखा, गीला, जैव-चिकित्सा और खतरनाक चार अलग-अलग डस्टबिन में उठाया जाना था। इस प्रोजेक्ट को अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में शुरू किया जाना था। प्रशासन ने बकायदा प्रोजेक्ट के लिए दो वार्ड जिसमें सेक्टर 12, 12ए, 11, 14 और 15 में शुरू करने का विचार किया था लेकिन गारबेज कोलेक्टर के विरोध प्रदर्शन के बाद भी म्युनिसिपल कार्पोरेशन इस प्रोजेक्ट को लागू करने में नाकामयाब रहा। गारबेज वेंडर्स को रेगुलर करना भी कार्पोरेशन के लिए चुनौती रही है।

अब देखना होगा कि शहर के विधायक और स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने अपने शहर की खुबसुरती को वापिस लाने का बीड़ा कब उठाते है।