- 12 साल पुराना प्यार बचाने के लिए अनामिका ने थामा दिव्यांग राहुल का हाथ
शादी का बंधन मज़बूत रखने के लिए प्यार बेहद ज़रूरी है। इसी प्यार को लेकर अनामिका भारतीय और राहुल सिंह दिवाकर ने बचपन की दोस्ती को प्यार में बदलकर सोमवार को शादी रचा ली हैं। 2008 में दोनों पड़ोसी बनकर पहली बार मिले तब ये रिश्ता दोस्ती से भी गहरा बन गया। दोनों में सबकुछ अच्छा चल रहा था कि अचानकर 2016 में राहुल का एक्सीडेंट हो गया और उसकी स्पाइनल इंजरी ने दोनों की दुनिया बदल डाली। राहुल जिंदगी भर के लिए व्हीलचेहर पर आ गया।
अनामिका यहां से अपने लिए जिदंगी का रास्ता बदल सकती थीं, लेकिन उसने ना सिर्फ राहुल का साथ दिया। बल्कि व्हील चेयर पर बैठे राहुल की सिमटी जिंदगी में रंग भरने के लिए शादी के लिए भी हामी भर दी। जबकि परिवार विरोध ही जताता रहा।
अनामिका के संकल्प और राहुल के जज्बे ने सब मुश्किलों को आसान कर दिया। सोमवार शाम जब राहुल व्हीलचेयर पर सात फेरे लेने के लिए आगे बढ़े तो अनामिका ने उनका हाथ पकडक़र सात वचन लिए और साथ रहने का वायदा किया।
अपने बर्थड़े पर मैरिज….
राहुल का सोमवार को 29वां जन्मदिन था। उन्होंने बीटेक कम्पलीट की हैं और एमएनसी में जॉब कर रहे हैं। शादी के साथ अपना जन्मदिन मनाने का मौका इस कपल के लिए खुशियां डबल करने का था।
चंडीगढ़ के सेक्टर-28 के रिहैब सेंटर की संस्थापक और सीईओ निकी पी. कौर ने कहा कि इस साल ही जब राहुल को इंटरनेट से हमारे इस सेंटर के बारे में पता चला तो सितंबर में हमारे पास इलाज के लिए आया। यह कोई सामान्य शादी नहीं बल्कि एक दुल्हन की इंसानियत का परिचय भी था।