- सिटी के सेक्टरों में लाईट गुल, लोग हुए परेशान, शिकायत के लिए डिपार्टमेंट ने जारी किए नंबर
चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट की ओर से हड़ताल से कई सेक्टरों में लाइट बंद रही। ना तो कोई इम्पलाई कोई कम्पलेंट सॉल्व करने आया और न माईनर रिपेयर के लिए आया। ऐसे में सुबह से ही लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्कूली बच्चे और कॉलेज स्टूडेंट अपनी आनलाईल क्लासेस नहीं लगा सकें तो मार्के ट में शॉपकीपर्स भी लाईट गुल रहने से परेशान दिखें।
सेक्टर 43 के मानित भडंारी ने नराजगी जाहिर करते हुए बताया कि हड़ताल की बात तो ठीक हैं लेकिन सारे सेक्टर में पॉवर शटडॉउन क्यों लगाया गया है। वहीं संदीप शर्मा ने टविटर अकाउंट से एडवाईजर मनोज परिदा को टैग कर अपनी शिकायत बताई है कि उनके सेक्टर में पिछले दो घंटों से बिजली बंद हैं और डिपार्टमेंट रात को बारह बजे के बाद शिकायत लिखाने के लिए कह रहा है जो कि शर्म की बात है क्या प्रशासन का यहीं इंतजाम है।
@manu__parida Sir, without electricity for the last 2 hour. Electricity Department complaint office says they are on strike and complaint will be entertained after 12.00 pm night. What a shame? Living in Chandigarh and no arrangement made by Chandigarh Admn.
— Sandeep Sharma (@ssandy1802) November 26, 2020
गौर हो कि इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट प्राइवेटाजेशन के खिलाफ यूटी पावरमैन यूनियन की 26 नवंबर को हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी थी। वहीं हड़ताल के फैसले पर प्रशासन ने भी सख्ती दिखाते हुए नए आदेश जारी कर दिए हैं। इस पर प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करते रहे हैं। अगर अब कोई हड़ताल करता है तो नियम अनुसार काम नहीं तो वेतन नहीं फार्मुले के तहत निपटा जाएगा। कर्मचारियों से प्रशासन ने अपील की है कि वीरवार को ड्यूटी पर मौजूद रहें। वहीं कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने बैकअप में सभी तैयारी पुरी कर ली है। प्रशासन ने कंज्यूमर्स से सहयोग की अपील की है। किसी भी दिक्कत में कंज्यूमर अपने नजदीकी शिकायत केंद्र पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
आखिर क्यों हो रही हैं हड़ताल
इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट पिछले कई सालों से प्रोफिट में है। कर्मचारियों को इस बात की नराजगी है कि मुनाफे के बाद भी इस डिपार्टमेंट का निजीकरण क् यों किया जा रहा है। वहीं प्रशासन और सरकार पर बड़े प्राइवेट कारपोरेटर से मिलीभगत का आरोप लग रहे हैं। यूटी पावरमैन यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गोपाल दत्त जोशी ने बताया कि वह प्रशासन के निजीकरण को किसी भी सूरत में लागू नहीं होने देंगे। इसमें करोड़ों रुपये की डील हो रही है। निजीकरण से इंप्लाइज को तो नुकसान होगा ही साथ में कंज्यूमर्स को भी मोटे बिल चुकाने होंगे।
इस दौरान अगर कोई दिक्कत परेशानी होती है या फिर शिकायत करनी है तो आप पावर सप्लाई ठप होने पर पुलिस कंट्रोल रूम या सेक्टर-17 कंट्रोल रूप पर शिकायत दे सकते हैं। कंट्रोल रूम सेक्टर-17 नंबर-01722703242, कंट्रोल रूम सेक्टर-9 नंबर 01722742370, 8054104517 या सिटिजन सुविधा केंद्र के नंबर 01724639999 पर संपर्क कर सकते हैं।