- अब कोचिंग सेंटर में आने के लिए यह चीजें होना जरूरी
अगर आप चंडीगढ़ में एक स्टूडेंट के तौर पर कोचिग के लिए शहर के कोचिग सेंटर में आ रहेें हैं तो आपके पास बेहतर मास्क और पानी की बोतल होनी जरूरी है। यदि आपके पास कोई एक भी चीज नहीं है तो आपको कोचिंग सेंटर में एंट्री नहीं मिलेगी।
यह आर्डर शहर के सभी कोचिग सेंटरों मेें स्टूडेंट्स को जारी कर दिए हैं।
एक दिसंबर से शहर के सभी कोचिग सेंटर कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए खोले जा रहे हैं। जिसके लिए पहले तो प्रशासन की तरफ से एसओपी जारी की गई है। जिसका पालन कोचिग सेंटर प्रबंधक कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरह शहर के ज्यादातर कोचिग सेंटर ने भी स्टूडेंट्स को एसओपी जारी कर दी है, ताकि कोरोना संक्रमण का कोई खतरा न बचे। आठ महीने बाद खुलने जा रहे हैं कोचिग सेंटर
मार्च में कोविड-19 के केस सामने आने के कारण शहर के सभी कोचिग सेंटर बंद हो गए थे। शहर के स्कूल 21 सितंबर से खुले हैं, जिसमें नौंवी से बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स आ रहे है, जबकि शहर के कॉलेज भी 23 नवंबर से खोले गए है। हालांकि यहां पर स्टूडेंट्स की अटैंडेस ना के बराबर है। उसके बाद अब एक दिसंबर से शहर के कोचिग सेंटर के अलावा लाइब्रेरी और कॉलेजों के हॉस्टल भी खुलने जा रहे हैं।
सिर्फ 40 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही बैठेगें कोचिग सेंटर में
सबसे अहम स्टूडेंट्स की संख्या है। कोचिग सेंटर की तरफ से जितने स्टूडेंट्स के लिए हॉल की मंजूरी करवाई हुई है। उसका 40 प्रतिशत हिस्सा ही सेंटर में आ सकेगा। 40 प्रतिशत से ज्यादा स्टूडेंट्स को सेंटर में बुलाने की परमिशन नहीं होगी। स्टूडेंट्स की सीटिंग के लिए मार्किंग जरूरी है, ताकि स्टूडेंट्स डिस्टेंस बनाकर बैठ सकें। मास्क और सेनिटाइजर का खास अरैजमेंट होना चाहिए।
कोचिग सेंटर के मुख्य गेट पर मास्क और सेनिटाइजर की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही हर स्टूडेंट्स का टेम्परेचर चेक होगा। बुखार, सर्दी, जुकाम या खांसी होने पर स्टूडेंट को सेंटर में इंट्री नहीं मिलेगी। इसके साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था स्टूडेंट्स घर से ही करके आएगा। खाने के साथ पानी की बोतल जरूरी होगी। स्टूडेंट्स को निर्देश जारी हो चुके हैं कि एडमिशन लेने वाला स्टूडेंट भी बिना मास्क और पानी के बोतल के आता है तो उसे हम इंट्री नहीं देंगे।