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BJP मंत्रियों को किसान आंदोलन के पीछे दिखी पाकिस्तान और चीन का चाल

  • आखिर कौन सी विदेशी ताकत दिखी पीएम मोदी के मंत्रियों को किसान आंदोलन में

राव साहब दानवे सेंटर गर्वनमेंट में बतौर कंज्यूमर अफेयर, फुड एडं पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन अफेयर के राज्यमंत्री हैं। महाराष्ट्र में बीजेपी के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं और अब जालना जिले से सांसद हैं। बुधवार को औरंगाबाद में एक प्रोग्राम के दौरान उन्होंने भाषण में बताया कि किसानों के आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है।

राव साहब दानवे का एक वीडियो भी सामने आया है। इस 32 सेकेंड के इस वीडियो में वो कह रहे हैं कि “यह जो आंदोलन चल रहा है, वो किसानों का आंदोलन नहीं है। इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। पहले भी मुसलमानों को उकसाया गया कि ये एनआरसी और सीएए आने के बाद छह महीने के अंदर सारे मुसलमानों को देश से बाहर निकलना होगा। क्या कोई मुसलमान गया बाहर? उनको जब लगा कि ये सक्सेस नहीं होगा तो अब किसानों को उकसा रहे हैं कि सरकार तुम्हारा नुकसान कर रही है। ये बाहर के देशों की कॉसीपेंरसी है। अपने देश के किसानों को ऐसा नहीं सोचना चाहिए।”

हालांकि मोदी सरकार में ऐसा पहला मौका नहीं है, जब किसी बीजेपी नेता ने किसानों के आंदोलन के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया हो। अभी हाल ही में हरियाणा के एग्रीकल्चर मिनीस्टर जेपी दलाल ने भी किसानों के इस आंदोलन के पीछे विदेशी ताकतों के साथ ही चीन और पाकिस्तान का हाथ बता चुके हैं।

जेपी दलाल ने कहा था ” किसान को आगे करके चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश में हमारे यहां अस्थिरता लाना चाहते हैं। मोदी कोई थोपे हुए नेता नहीं है। उनको जनता का अब भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। कानून लाने के बाद भी लोगों ने जबरदस्त समर्थन किया है। क्या वे किसान नहीं हैं? अगर किसान सडक़ पर आ जाएं तो इसका फैसला सडक़ पर होगा या संसद में। उन्होंने आगे कहा था कि सडक़ की राजनीतिक अच्छी बात नहीं है। कुछ विदेशी ताकतों को देश में मोदी का चेहरा पसंद नहीं है। किसानों को मोहरा बनाकर विरोध करवाया जा रहा है। किसान बातचीत करें। ऐसे भी दिल्ली के रास्ते बंद कर देना या घेर लेना कोई अच्छी बात नहीं है। यह लाहौर या कराची नहीं है। ”

गौर हो कि किसान कानूनों को लेकर पिछले 14 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहें हैं। सरकार ने मामला सुलझाने के लिए कुछ संशोधन का प्रस्ताव दिया था। लेकिन किसान संगठनों ने खारिज कर दिया है। अब उन्होंने आंदोलन और तेज करने की बात कही है। किसान नेताओं ने कहा है कि अब 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर और आगरा से दिल्ली के बीच नेशनल हाईवे को बंद कर दिया जाएगा और 12 दिसंबर से ही देश भर के टोल प्लाजा को फ्री कर दिया जाएगा। यहीं नहीं सांसदों और पदाधिकारियों के घेराव की बात भी कही है।