- 90 लाख के बजट से बनने वाले चंडीगढ़ के नक्शे से खुश नहीं है आर्किटैक्ट, शॉपकीपर्स भी परेशान
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर की विरासत को सहेजना के लिए सेक्टर 17 में चंडीगढ़ के नक्शे को जमीन पर बनाने के लिए 90 लाख रूपए खर्च करने का फैसला लिया गया है। सिटी के ज्यादातर आर्टिकचर ने इतने बड़े बजट को लेकर अपनी तरफ से हैरानी जताई है।
एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि ज्यादातर सिटी के आर्किटैक्ट ने चंडीगढ़ के नक्शे को जमीन पर बनाने को लेकर आब्जेक्शन की है। उन्होंने बताया कि इस नक्शे का प्रोजेक्ट उम्मीदों पर अनुसार खरा नहीं उतरेगा। यहीं नहीं लोग इस नक्शे पर चलेगें जिससे इसका निरादर होगा। जबकि इतने बजट में तो पुरे सेक्टर 17 की रेनोवेशन तक की जा सकती हैं।
फर्श पर बने नक्शे में लगाई जाएगी लाईट
वहीं यूटी इंजीनियरिंग विंग के ऑफिसर ने बताया कि फर्श पर बने नक्शे में लाईट लगाई जाएगी जो टूरिस्ट और लोकल रेजीडेंट्स को काफी अट्रेक्ट करेगी। हमने काफी जगहों को तलाश किया है लेकिन यह जगह सब से बेहतर लगी जिससे टूरिस्ट को सिटी में अन्य जगहों पर घुमने का पता चल सकेगा।
वहीं मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की कंपनी को इसका टेंडर दिया जा चुका है। फर्श पर 30 x 30 मीटर के स्टेनलेस स्टील फ्रेम से चंडीगढ़ के नक्शे और ओपन हैंड बनाने का काम भी शुरू हो गया था। लेकिन कोरोना के कारण काम बीच में ही रोकना पड़ा। कंपनी ने फर्श तोड़ दिया था और टीन लगाकर बैरिकेडिंग भी कर दी थी। इस कारण अब सेक्टर 17 में लोगों को निकलने में भी काफी समस्या हो रही है।
वहीं शहर के निवासियों ने शहर का नक्शा को बनाने पर कढ़ा विरोध जताया है। सिटी फॉरम ऑफ रैजीडेंट वैलफे यर आर्गेनाईनेशन के विनोद वशिष्ठ का मानना है कि कुछ सालों से प्रशासन लोकल रेजींडेट से सुझाव लेकर सिटी में डिवेलपमेंट वर्क करवाता था जो काफी हद तक हौंसलअफजाई भी करवाती है लेकिन सेक्टर 17 में शहर का नक्शा बनाने का फैसला निवासियों की नजर में हैरतअंगेज है। हम यह भी नहीें कह सकते कि चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इस ब्यूटीफिकेशन कार्य के लिए लोगों से सुझाव भी लिए है कि नहीं।
गौर हो कि नीलम थियेटर का एरिया पिछले छह महीने से कंस्ट्रक्शन वक्र्स चलने से खस्ताहाल में पड़ा है। आसपास के शाप्सकीपर्स भी इस से परेशान हो रहे है ।