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चमके चंडीगढ़ के अपूर्व, अभिनव और विकास बनाया गिनीज़ वल्र्ड रिकार्ड

  • चंडीगढ़ के होनहारों के नाम गिनीज़ वल्र्ड रिकार्ड, 48 घंटे लगातार काम करके करवाया इवेंट।

इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल-2020 (IISF 2020) जिसे की 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक साइंस फॉर सेल्फ-रिलायंट इंडिया एंड ग्लोबल वेलफेयर विषय पर मनाया गया था। इस प्रोग्राम का पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। जिसने हाल ही में विश्व का सबसे बड़ा वर्चुअल इवेंट (Biggest Virtual Event) बनकर अपना नाम दर्ज करवाया है। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोग इसमें जुड़े थे। इस कार्यक्रम की अच्छी बात यह थी कि हमारे शहर के अपूर्व व विकास वोहरा (Vikas & Apurv) ने टेक्नीकल बैकअप सपोर्ट दिया है। विश्व का सबसे बड़ा वर्चुअल इवेंट बनकर उबरने के बाद अब इसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) में दर्ज हो गया है।

एक डैली न्यूजपेपर से हुई बातचीत में विकास वोहरा ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए तीन हजार ब्रिटरे के 40 अलग-अलग सर्वर लगाए थे। उन्होंने यह भी बताया कि हर सर्वर के साथ 700 से 800 लोग जुड़ सकते हैं लेकिन 41 अलग-अलग इवेंट में हर सर्वर के साथ हर रोज 8 घंटे तक दो हजार से अधिक लोग जुुड़े। यह बात उनकी उम्मीद से बिलकुल परे थी। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारी करने के लिए उन्हें दो से तीन दिन का समय लगा। 24 मेंबर्स की टीम ने 48 घंटे लगातार शिफ्ट्स में काम किया। उन्होंने बताया कि इस इवेंट के लिए दिसंबर में ही उनका टेंडर पास हुआ था।

IISF विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहन देने का एक उत्सव है

इस कार्यक्रम का आयोजन सीएसआईआर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित विजनाना भारती, बायो-टेक्नोलॉजी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने किया था। वर्ष 2015 में शुरू हुआ । आईआईएसएफ साईंस एडं टैक्लॉलजी को प्रोत्साहन देने का एक उत्सव है। इसका उद्देश्य जनता को विज्ञान से जोडऩा, विज्ञान की खुशी को मनाना और यह दिखाना कि कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जीवन में सुधार के लिए समाधान उपलब्ध करा सकते हैं।

आईआईएसएफ का टारगेट साईसेस नॉलेज, क्रिएटिवी, डीप थिंकिंग, प्रोबलम सॉल्विंग और टीम वर्क पर जोर के साथ युवाओं में 21वीं सदी के कौशल का विकास है। इसका लॉंग टर्म गोल और स्टूडेंट्स क ो स्टडी के लिए प्रोत्साहित करना है।