- बरवाला-रायपुररानी में फिर बर्ड फ्लू की अशंका, अब तक 2 लाख मुर्गियों की मौत
बरवाला-रायपुररानी (Barwala-Raipur Rani) एरिया के पोल्ट्री फाम्र्स में मुर्गियों के मरने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। बर्ड फ्लू होने की आशंका के चलते कारोबार एकदम ठप सा हो गया है। दो दिनों से अलग-अलग पोल्ट्री फार्म में करीब 70 हजार से ज्यादा मुर्गियां मर चुकी हैं। पिछले दिनों में यहां करीब 2 लाख मुर्गियों (2 Lakh chicken died) के मरने की रिपोट्स मिल चुकी हैं। प्रशासन ने सैंपल तो ले लिए है लेकिन रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में भी हाई अर्लट
राजस्थान, मध्यप्रदेश में कोओं के बर्ड फ्लू की जानकारी मिली थी तो हिमाचल में तलवाडा डैम में करीब 1700 माईग्रेट बर्ड्स के मरने की रिपोर्ट है। वहीं बर्ड फ्लू केस मिलने के चलते चंडीगढ़ में भी चिंता बढ़ गई है। बरवाला से ही चंडीगढ़ में अंडों और मुर्गियों की सप्लाई होती है।
नहीं दे रहे पोल्ट्री फार्म मालिक सही जानकारी
पिछले दो दिनों में पंचकूला-अंबाला बॉर्डर पर पोल्ट्री फार्म में हजारों मुर्गियां मरी मिली थी। लेकिन पोल्ट्री फार्म मालिकों की ओर से प्रशासन को पूरी जानकारी नहीं दी जा रही है। वहीं जो जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है, प्रशासन उसे ही सच मान रहा है। जांच के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है।
अभी तक रिपोर्ट का इंतजार क्यों
बरवाला एरिया के कामी गांव के सरपंच विजेंद्र शर्मा ने कहा कि मुर्गियों की मौत के मामले में प्रशासन की लावरवाही आने वाले समय में जनता पर भारी पड़ सकती है। क्योंकि प्रशासन रिपोर्ट के इंतजार में बैठा है। अन्य राज्यों की सप्लाई पर कोई रोक नहीं लगाई है। जबकि प्रशासन को सप्लाई रोकनी चाहिए थी।
सुखना समेत सभी वॉटर बॉडीज में बर्डस पर होगी पैनी नजर
बर्ड फ्लू के मामले मिलने के बाद चंडीगढ़ में भी हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। सीजन में चंडीगढ़ की वॉटर बॉडीज में माइग्रेटरी बर्ड्स आते हैं। साथ ही पोल्ट्री फार्म में भी सैंपलिंग और मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए है। सोमवार को चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट व चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने मीटिंग की। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन चंडीगढ़ देबिंद्र दलाई ने कहा कि सभी स्टाफ को अलर्ट कर दिया है। डिपार्टमेंट की तरफ से एनिमल हसबेंड्री को चंडीगढ़ के पॉल्ट्री फार्म में सैंपलिंग करने को कहा है।
पहले भी आया है चंडीगढ़ में बर्ड फ्लू का मामला
2014 में भी चंडीगढ़ में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था। इसमें माइग्रेटरी बर्ड से आगे डोमेस्टिक डक्स में भी आने के मामले की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद सुखना लेक में करीब109 बत्तखों को मारा गया था और करीब एक महीने से ज्यादा टाईम तक सुखना लेक को पूरी तरह से बंद कर दिया था।